लुधियाना, 17 फरवरी (निस)
नगर निगम में भाजपा गुट की नेता सुनीता शर्मा एवं भाजपा जिला लोकल बॉडी सेल के संयोजक इंद्र अग्रवाल ने कूड़ा कलेक्शन प्वाइंट तथा ताजपुर रोड स्थित डंपिंग ग्राउंड का आज दौरा किया। इन स्थानों पर पहले से बने कूड़े के बड़े बड़े पहाड़ ओर अब पिछले 10 दिनों से हर रोज़ 1100 मीट्रिक अनप्रोसेस कूड़ा जमा होने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इंद्र अग्रवाल व सुनीता शर्मा ने कहा कि मेयर व अफसरशाही की अकर्मण्यता से शहर में कूड़े की बड़ी समस्या सिर पर खड़ी हो चुकी है और यहां के बदतर हालात देख कर लगता है कि जहां कोरोना जैसी महामारी केंद्र सरकार की नीतियों व जनता के सहयोग से खत्म होने के कगार पर है वहीं यह कूड़े के अंबार कई नयी बीमारियां पैदा कर देंगे। इसका बड़ा खमियाजा इस डंप के आसपास बसी कॉलोनियों में रहनी वाली गरीब व पिछड़ी हुई आबादी तथा आसपास फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोगों को भुगतना पड़ेगा।
ओर यहां से वह बीमारियां सारे शहर में फैल सकती हैं अग्रवाल व श्रीमती शर्मा ने कहा जब 24 दिसंबर को ए टू जेड कम्पनी नें काम छोड़ने का अल्टीमेटम दे दिया था तो नए प्रबंधो या विकल्प पैदा करने के लिए मेयर साहिब किस बात का इंतज़ार कर रहे । शहर में 50 से ज्यादा कूड़ा कलेक्शन पॉइंट है जहां हररोज़ लगभग 1100 मीट्रिक टन कूड़ा इकट्ठा होता है और लिफ्टिंग प्रॉपर न होने से शहर में कूड़ा जमा हो रहा है और जो कूड़ा ताजपुर डंप पर जा रहा है उसकी प्रोसेसिंग बन्द है,श्रीमती शर्मा व इंद्र अग्रवाल ने कहा, कूड़े के इन पहाड़ों में 15 से 20 लाख मीट्रिक टन कूड़ा हो सकता है और इस बात की जांच होनी चाहिए कि यह कूड़ा जमा कैसे हुआ पिछले दस सालों में A to Z ने कितना कूड़ा प्रोसेस किया और कितनी पेमेंट ली क्योंकि यहां के हालात देख कर लगता है कि कोई बड़ा गड़बड़ घोटाला हुआ है इसलिए अगर इस कंपनी ने मिलीभगत से कोई घोटाला किया है तो इसकी पूरी जांच करके A to Z से वसूली करनी चाहिए, इंदर अग्रवाल ने कहा पिछले दिनों मेयर साहिब पार्षदों का शिष्टमंडल लेकर भारत मे स्वच्छता में अग्रणी रहने शहर इंदौर शहर का दौरा करके इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली को जाना जो कूड़े की स्वयं कलेक्शन करके खर्च करने की जगह लगभग डेढ़ करोड़ रुपया हर साल कमाती है और इंदौर नगर निगम पूरी की पूरी सॉलिड वेस्ट को रिसायकल करवाती है ओर फ़ूड वेस्ट की खाद बना कर बेचती है पर नगर निगम लुधियाना में हर साल 13 करोड़ का खर्चा करती है फिर भी बुरा हाल है तो क्यों नहीं मेयर साहिब ने इंदौर पैटर्न पर काम करने की शुरुआत की, अग्रवाल ने कहा मेयर यह कह कर जिम्मेदारी से बच नहीं सकते कि यह ठेका पिछली सरकार के समय हुआ था इसमें उनका कोई कसूर नहीं क्योंकि कांग्रेस सरकार ने इस कंपनी को बरकरार रखा ओर आज ऐसे हालात क्यों बना दिये गए कि इस कंपनी को काम छोड़ कर भागना पड़ा ।