रोहतक, 16 फरवरी (हप्र)
महाराज अग्रसेन विकास ट्रस्ट के सदस्यों ने वैश्य शिक्षण संस्थाओं में स्थापना दिवस पर कोई कार्यक्रम न होने से रोष जताया है।
संस्था के प्रधान सुशील गुप्ता, भारत भूषण मित्तल, वरुण सिंगल, लोकेश जैन, अमित महमियां, मुकेश सिंघल, देशराज बंसल, राधेश्याम गुप्ता ने बैठक कर कहा कि पिछले वर्ष संस्था ने शताब्दी वर्ष मनाया था। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 16 फरवरी, 1921 वैश्य शिक्षक संस्थान की नीव रखी थी। तत्कालीन पदाधिकारी श्याम लाल जैन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को बैलगाड़ी में लेकर आए थे। महापुरुषों के प्रयासों से आज वैश्य संस्था वट वृक्ष बन चुकी है।
सुशील गुप्ता ने कहा कि ‘आपसी लड़ाई’ में पदाधिकारी संस्था के स्थापना दिवस को भी भूल गए। ट्रस्ट के सदस्यों ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पदाधिकारी इसी तरह लड़ते रहे तो जल्द ही शिक्षण संस्थाओं पर प्रशासक नियुक्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के सदस्य दोनों गुटों में सहमति बनाने पर प्रयास करेंगे व आपसी मतभेद को छोडक़र संस्था के हित में काम करने का निवेदन करेंगे।