हिसार, 26 जून (हप्र)
महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज में अब ब्लैक फंगस की दवा पर्याप्त है लेकिन गंभीर हालत (स्टेज-4) में भर्ती हुए मरीजों का उपचार वाकई एक बड़ी चुनौती है। हालांकि उनका भी उपचार कर जान बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। ब्लैक फंगस के स्टेज-1 एवं स्टेज-2 के अनेक मरीज ठीक हो रहे हैं, दवाओं का उन पर असर हो रहा है और वे अस्पताल से स्वस्थ होकर अपने घर भी जा चुके हैं। कॉलेज की निदेशक डॉ. गीतिका दुग्गल ने कहा कि ब्लैक फंगस के कई मरीजों को एम्फोटेरिसीन-बी (लिपोसोमल एवं ल्योफिलाइज्ड) का इंजेक्शन लगाया जा चुका है। अब कॉलेज में पर्याप्त मात्रा में ल्योफिलाइज्ड इंजेक्शन उपलब्ध है। इसके अलावा पॉस्कोनाजोल की अतिरिक्त दवाई बाजार से खरीदी गई है, जो अस्पताल से घर जा रहे मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है ताकि वे घर पर रहकर रिकवर हो सकें। हम ये इंजेक्शन मरीजों को निशुल्क उपलब्ध करा रहे हैं। फिलहाल ब्लैक फंगस के 58 मरीज अस्पताल में उपचार करा रहे हैं। इनमें 4 मरीज नए दाखिल हुए हैं जबकि 6 स्वस्थ हो गए हैं। अभी भी अस्पताल में उचित मात्रा में एम्फोटेरिसीन-बी इंजेक्शन उपचार के लिए उपलब्ध हैं।