नयी दिल्ली, 15 फरवरी (एजेंसी)
किसानों के आंदोलन से जुड़े ‘टूलकिट’ मामले में जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के 2 दिन बाद दिल्ली पुलिस ने मुंबई की एक वकील निकिता जैकब और पुणे के इंजीनियर शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किये हैं। पुलिस ने आरोप लगाया कि तीनों ने मिलकर ‘टूलकिट’ दस्तावेज बनाया और सोशल मीडिया पर साझा किया। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि निकिता और शांतनु को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। उधर, निकिता ने 4 हफ्ते की ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (साइबर) प्रेम नाथ ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टूलकिट का उद्देश्य भारत की छवि को धूमिल करना था। निकिता जैकब और शांतनु ने ‘खालिस्तान समर्थक समूह’ पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीएफजे) द्वारा जूम ऐप के माध्यम से आयोजित एक बैठक में भी भाग लिया था। पीएफजे के संस्थापक धालीवाल ने कनाडा की एक महिला पुनीत के माध्यम से उनसे संपर्क किया था।
उन्होंने कहा, ‘दिशा, शांतनु और निकिता ने टूलकिट बनाई व इसे एडिट किया। दिशा ने टेलीग्राम एप के जरिये ग्रेटा थनबर्ग को टूलकिट भेजी। दिशा ने उस व्हाट्सएप ग्रुप को हटा दिया, जो उसने टूलकिट को फैलाने के लिए बनाया था।’ गौर हो कि टूलकिट एक तरह का दस्तावेज है, जिसमें ट्विटर के जरिये किसी अभियान को ट्रेंड कराने से संबंधित दिशानिर्देश और सामग्री होती है।
पुलिस ने बताया कि शांतनु मूल रूप से महाराष्ट्र के बीड जिले का निवासी है। कई टीमों को बीड और बेंगलुरु भेजा गया। शांतनु बीड में अपने घर पर नहीं मिला। निकिता भी फरार है।
पुलिस ने बताया कि 11 फरवरी को निकिता के घर की तलाशी के दौरान, दो लैपटॉप और एक आईफोन मिला था, जिसमें कई ‘गुप्त दस्तावेज’ भी थे। पीटर फ्रेडरिक नामक एक व्यक्ति की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
राहुल बोले- भारत खाामोश नहीं होने वाला : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिशा की गिरफ्तारी से जुड़ी खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे, बोल कि सच ज़िंदा है अब तक! वो डरे हैं, देश नहीं! भारत खाामोश नहीं होने वाला।’ पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।’
भाजपा और विपक्ष में वाकयुद्ध : दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा और विपक्षी दलों के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘21 साल की दिशा रवि की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर अप्रत्याशित हमला है। हमारे किसानों का समर्थन करना अपराध नहीं है।’ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, ‘यदि माउंट कार्मेल कॉलेज की छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि देश के लिए खतरा बन गई है, तो भारत की शासन व्यवस्था बहुत ही कमजोर बुनियाद पर खड़ी है। चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की तुलना में किसानों के विरोध का समर्थन करने के लिए लाया गया एक टूलकिट अधिक खतरनाक है!’ भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया, ‘अगर आयु आधार है तो फिर परमवीर चक्र से नवाजे गये सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल 21 साल की उम्र में शहीद हुए। मैं किस पर गर्व करूं। टूलकिट के रूप में दुष्प्रचार फैलाने वालों पर तो गर्व नहीं करूंगा।’ भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, ‘एक अपराधी तो अपराधी है। मुंबई पर हमले के वक्त अजमल कसाब 21 साल का था।’