प्रदीप सरदाना
सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में दर्शकों को जिस बात में सबसे ज्यादा आनंद आता है वह है जेठा लाल का बबीता के प्रति आकर्षण। बबीता का चेहरा देखते ही जिस तरह जेठा लाल का चेहरा चमक जाता है और दिल मचल उठता है, वह सब इस सीरियल को और भी दिलचस्प बना देता है। जेठा तो बबीता पर जान छिड़कते ही हैं, बबीता भी उनका बहुत सम्मान करती है। लेकिन इन दिनों इस सीरियल की कहानी में ऐसा ट्विस्ट आया है कि इन दोनों के बीच एक बड़ा फासला आ गया है। बबीता इस बार जेठा लाल पर इतना गुस्सा हैं कि उनके दिये हुए फूल भी उसने उठाकार बाहर फेंक दिये। क्योंकि जेठा लाल वायदा करके भी अय्यर के लिए 100 टेबलेट उपलब्ध नहीं करा सके। सीरियल निर्माता दर्शकों द्वारा इस प्रसंग में दिलचस्पी देख इस बात पर विचार कर रहे हैं कि अब बबीता के गुस्से से क्या नए गुल खिलाये जाएं। इसलिए यह देखना दिलचस्प रहेगा कि जेठा लाल के प्रति बबीता का यह गुस्सा क्या ऐसे ही बरकरार रहेगा?
डॉक्टर्स की दुनिया पर ‘एलएसडी’
कोरोना काल के संकट में सबसे अधिक सुर्खियों में कोई रहा है तो वे हैं डॉक्टर्स। एकता कपूर ने भी अपनी नयी वेब सीरीज़ ‘एलएसडी’ में भी डॉक्टर्स और अस्पताल की दुनिया के अलग- अलग रंग दिखाये हैं। हालांकि एकता कपूर ने करीब 10 साल पहले ‘एलएसडी’ के नाम से एक फिल्म भी बनाई थी। जिसका मतलब था-लव, सेक्स और धोखा’। लेकिन इस बार वेब सीरीज में ‘एलएसडी‘ का मतलब है लव स्केण्डल और डॉक्टर्स। दिल्ली के एक अस्पताल की पृष्ठभूमि पर बनी 15 एपिसोड की यह सीरीज एक मर्डर मिस्ट्री है। जिसकी कहानी पांच ऐसे मेडिकल इंटर्न्स के इर्द – गिर्द घूमती है जो परस्पर प्रतिस्पर्धा के चलते, एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। लेकिन दूसरों की जान बचाने वाले इन डॉक्टर्स की ज़िंदगी में तूफान तब आता है जब इन्हें अपनी ही जान बचाना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि ये एक मर्डर के जुल्म में फंस जाते हैं। राहुल देव, तान्या सचदेव, ईशान खुराना, सिद्दार्थ मेनन, सृष्टि गांगुली और पुनीत पाठक सीरीज़ के मुख्य कलाकारों में से हैं। इस सीरीज़ को ऑल्ट बालाजी और ज़ी 5 के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकता है।
‘क्यों उत्थे दिल छोड़ आए’ के लिए देखी ‘कबीर सिंह’
सोनी चैनल पर पिछले दिनों शुरू हुआ सीरियल ‘क्यूं उत्थे दिल छोड़ आए’ दर्शकों को पसंद आने लगा है। यह देख सीरियल के कलाकारों के हौसले भी बुलंद हैं। सीरियल की पूरी टीम इसे और भी बेहतर बनाने में जुट गयी है। हाल ही में सीरियल में उस प्रसंग की शूटिंग होनी थी जहां हॉकी खेलते हुए उदय साथियों से झगड़ने लगता है। उदय की भूमिका करने वाले अभिनेता शगुन को अपने इस दृश्य से फिल्म ’कबीर सिंह’ के उस दृश्य की याद हो आई जहां शाहिद कपूर फुटबाल खेलते हुए दोस्तों से झगड़ पड़ता है। हालांकि उदय का चरित्र सीरियल में ‘कबीर सिंह’ के शाहिद कपूर जैसा नहीं है। लेकिन शगुन ने जब निर्देशक से कहा कि इस जगह क्या हम ‘कबीर सिंह’ जैसा सीन रीक्रिएट कर सकते हैं? निर्देशक को शगुन का यह सुझाव बहुत पसंद आया। शगुन कहते हैं-‘यूं मैं ‘कबीर सिंह’ को पहले भी देख चुका था। लेकिन इस सीन के लिए मैंने ‘कबीर सिंह’ को कई बार देखा। जिससे सीरियल में हॉकी खेलते हुए झगड़े के दौरान वैसा ही रोमांच लाया जा सके जो ‘कबीर सिंह’ में फुटबॉल खेलते वक्त महसूस हुआ था।
पांचवें नंबर पर ये रिश्ता क्या कहलाता है’
इस बार की टीआरपी रेस में आगे पीछे होने की बात करें तो इसमें सिर्फ पांचवें पायदान में परिवर्तन हुआ है। वर्ष के चौथे सप्ताह की बार्क की टीआरपी रिपोर्ट के अनुसार इस बार भी पहले और दूसरे नंबर पर पहले की तरह ‘अनुपमा’ और ‘इमली’ सीरियल हैं। जबकि तीसरे और चौथे पायदान पर ‘गुम है किसी के प्यार में’ और ‘कुंडली भाग्य’ है। लेकिन पांचवे नंबर पर इस सप्ताह ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ पहुंच गया है। इससे अब चार सीरियल अकेले स्टार प्लस के हो गए हैं। जबकि चौथे पायदान पर पहुंचा ‘कुंडली भाग्य’ ज़ी टीवी का है। दिलचस्प यह भी है कि इन पांच सीरियल में से दो सीरियल एक ही निर्माता राजन शाही के हैं। पहले पायदान का ‘अनुपमा’ और पांचवें पायदान का ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’।
बनना था इंजीनियर बन गए एक्टर
किस इंसान की जिंदगी में कब कौन सा मोड़ आ जाये यह कोई नहीं जानता। पिछले कुछ बरसों से फिल्म-टीवी इंडस्ट्री में भी ऐसे कई लोग मिल रहे हैं जो पढ़ाई करके इंजीनियर, डॉक्टर, प्रोफेसर या आईएएस बनने के सपने देखते थे। लेकिन अचानक उनकी ज़िंदगी में ऐसा मोड़ आया कि वे एक्टर्स बन गए। इस बात की ताज़ा मिसाल स्टार प्लस के नए सीरियल ‘मेहंदी है रचने वाली’ के दो लीड एक्टर्स शिवांगी खेड़कर और साई केतन राव भी हैं। इसे संयोग कहें या कुछ और कि ये दोनों इंजीनियर बनना चाहते थे। लेकिन पढ़ाई के दौरान इन दोनों के मन में आया कि इनकी मंजिल अभिनय की दुनिया है। आज ये दोनों एक ही सीरियल में साथ आकर अपनी ज़िंदगी की नयी कहानी लिखने जा रहे हैं। ‘मेहंदी है रचने वाली’ का प्रसारण 15 फरवरी से शाम साढ़े 6 बजे के बीच होगा। शिवांगी और केतन के अलावा मिलिंद फाटक, अस्मिता खटखटे, स्नेहल रेड्डी, प्रियंका धावले, सायली सालुंखे, रूतुजा सावंत और अंजिक्य जोशी इस सीरियल के प्रमुख कलाकार हैं। हाल ही में इसकी शूटिंग हैदराबाद में हुई। शिवांगी कहती हैं, ‘मेरा परिवार हमेशा कहता है कि शिक्षा जीवन में काफी अहम है। इसलिए मैंने पहले कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री ली। लेकिन पढ़ाई के दौरान ही अभिनय में दिलचस्पी बढ़ने लगी तो प्रभु कृपा से मैं अभिनय की दुनिया में आ गयी। पहले तेलुगू इंडस्ट्री में मौका मिला और अब यह सीरियल कर रही हूं।’