ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 17 मार्च
कालका से कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी ने हलके की समस्याओं तथा यहां औद्योगिक विकास के मुद्दे पर सरकार को घेरा। बजट सत्र के दौरान प्रदीप ने पिंजौर में एचएमटी की बंद पड़ी फैक्टरी और यहां उपलब्ध 800 एकड़ से अधिक जमीन का औद्योगिक रूप में इस्तेमाल करने की मांग रखी। उन्होंने इस बाबत सरकार को सुझाव भी दिए। एचएमटी ट्रैक्टर की फैक्टरी में कभी 7 से 8 हजार कर्मचारी काम किया करते थे। वर्तमान में यहां 130 कर्मचारी हैं, लेकिन उनके पास भी कोई काम नहीं है।
प्रदेश सरकार ने एचएमटी की जमीन पर बड़ी सेब व सब्जी मंडी स्थापित की है। चौधरी ने कहा कि इसके बाद भी 800 एकड़ से अधिक जमीन उपलब्ध है। यहां मशीनरी भी उपलब्ध है। कौशल ट्रेनिंग सेंटर भी बना हुआ है। यहां पर नया लोहा बनाया जा सकता है। इस इलाके को सरकार स्पेयर पार्ट्स हब के तौर पर विकसित कर सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस बजट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन इसमें न तो युवाओं के भविष्य की चिंता की है और न ही कर्मचारियों व किसानों के लिए कोई प्लान है।
राज्य में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। युवा को नशे की लत लग रही है। क्राइम बढ़ रहा है। रोजगार मेले लगाने की बात तो कही गई, लेकिन रोजगार के अवसर तो है ही नहीं। सरकार नौकरी दे नहीं रही और नई इंडस्ट्रीज लग नहीं रही। ऐसे में कैसे युवाओं को रोजगार उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि हलके की अधिकांश सड़कों की खस्ता हालत है। सुखोमाजरी बाईपास 7 किमी सड़क 2016 से पहले बनाने की बात हुई थी, लेकिन अभी तक रेलवे की परमिशन भी सरकार नहीं ले पाई।
उन्होंने नालागढ़ रोड के आरओबी को भी पिल्लर पर बनाने की मांग की। स्वास्थ्य को लेकर चौधरी ने कहा कि मोरनी में पीएचसी को नॉर्म्स में छूट देकर सीएचसी बनाया जाए। संस्कृति मॉडल स्कूल के हिसाब से सुविधाएं नहीं हैं। शिक्षकों की कमी है। सरकार दावा तो स्मार्ट क्लास-रूम बनाने का कर रही है लेकिन स्थिति यह है कि स्कूलों में गैर-शैक्षणिक स्टॉफ तक नहीं है। उन्होंने कुतबेवाला स्कूल को अपग्रेड करने की मांग भी उठाई।