अम्बाला शहर, 8 फरवरी (हप्र)
शीघ्र ही जिले के 60 आंगनबाड़ी केंद्रों को आधुनिक प्ले स्कूलों में बदल दिया जाएगा। इनमें शहरी क्षेत्र में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र भी शामिल हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों के प्ले स्कूल बनने के बाद 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को पढ़ाया जाएगा। इसके बाद समाज के उन वर्गों के बच्चे भी इनमें दाखिल हो सकेंगे जो महंगे प्ले वे स्कूलों के खर्च नहीं कर सकते। जानकारी के अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से पहले चरण में सरकार के आदेश पर जिलेभर में उन साथ 60 आंगनबाड़ी केंद्रों का चयन प्ले वे स्कूल के लिए किया गया जो सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग में चल रहे हैं और प्ले वे के लिए जारी सभी नियम पूरा कर सकते हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले वे स्कूल बनाने से पहले पूरी तरह से सुसज्जित किया जाएगा। इस पर आने वाले खर्च व पूरी योजना की फाइल महिला एवं बाल विकास विभाग ने सरकार को भेज दी है। स्वीकृति मिलते ही पूरी योजना को प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसके बाद नए बनने वाले इन प्ले स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए बेंच, झूले, शौचालय समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्ले स्कूलों में पाठ्यक्रम की सामग्री देने, पुस्तकें, कार्य पुस्तकें दी जाएंगी। इन स्कूलों में बीए, बीएड, एमए या एनटीटी नर्सरी टीचर ट्रेनिंग कोर्स कर चुकी वर्करों को तैनात किया जाएगा। जिला में कुल 1213 आंगनबाड़ियां हैं जिनमें से 293 शहरी क्षेत्र में चल रही हैं।
इन ब्लॉकों में खोले जाएंगे आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल
योजना के अनुसार अम्बाला अर्बन क्षेत्र की 4 आंगनबाड़ियों दही मंडी, कबीर नगर, मछौंडा व राम नगर को प्ले वे में बदल दिया जाएगा। जिला में कुल 6 ब्लाक हैं। इनमें से अम्बाला -1 में सर्वाधिक 16 को, अम्बाला-2 में 4 को, शहजादपुर में 7 को, साहा में 6 आंगनबाड़ियों को, नारायणगढ़ में 13 आंगनबाड़ियों को तथा बराड़ा में 10 आंगनबाड़ियों को प्ले स्कूलों में बदला जाना है।