तरुण जैन/निस
रेवाड़ी, 3 फरवरी
किसान नेता राकेश टिकैत की बुधवार को कंडेला जींद में हुई महापंचायत में जुटी भारी भीड़ से दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर धरना दे रहे आंदोलनकारी किसानों में जोश भर गया है। अब उनके द्वारा भी आंदोलन को विस्तार देने के लिए टिकैत को बॉर्डर पर बुलाने पर मंथन चल रहा है। वैसे तो स्थानीय लोगों के विरोध में चलते किसानों के चल रहे तीन स्थानों से आंदोलन खत्म होने के बाद जिला रेवाड़ी तो आंदोलन मुक्त हो गया है, लेकिन रेवाड़ी सीमा के साथ लगते जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर किसानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जाट बाहुल्य बावल-84 खाप ने धरने को समर्थन देते हुए भारी खाद्य सामग्री भी पहुंचानी शुरू कर दी है। इन हालातों के दृष्टिगत जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से बेबस है। क्योंकि आंदोलनकारियों का धरना राजस्थाना सीमा में और राजस्थान के संरक्षण में चल रहा है।
बावल-84 खाप की तरफ से धरना स्थल पर हर गांव से पांच-पांच लोगों को हर दिन धरना स्थल पर पहुंचने की अपील करने का फैसला लिया है। साथ ही बुधवार को आंदोलन को आगे बढऩे के लिए बावल शहर में चंदा भी एकत्रित किया गया। हर घर से 100-100 रुपए एकत्रित किए गए। वहीं बावल-84 के प्रधान सुमेर सिंह के नेतृत्व में दो ट्रैक्टरों में खाद्य सामग्री भरकर बॉर्डर स्थित धरना स्थल पर भिजवाई गई।
वहीं, बावल के मोहल्ला जटवाड़ा के लोगों ने भी आटा, गेहूं, चीनी, चायपत्ती, बर्तन व 28 हजार रुपये की राशि आंदोलनकारियों को दी है। बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता पूर्व विधायक अमराराम, पवन दुग्गल, राजाराम मील, पेमाराम, छगनलाल, बलबीर छिल्लर, राजबाला यादव, रामकिशन महलावत, ईश्वर सिंह महलावत, राजीव जेलदार, कृष्ण जेलदार, गजराज मौजूद रहे।