मोहाली/जीरकपुर, 3 फरवरी (निस)
कम पढ़े-लिखे लोगों से मोटी रकम वसूल कर उनके आईडी प्रूफ पर उनको ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट व डिप्लोमा के जाली सर्टीफिकेट-डिग्रियां तैयार करके देने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को मोहाली पुलिस ने मेरठ, मथुरा व दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पांचों आरोपी एक अंतर-राज्यीय गिरोह चला रहे थे जोकि खुद को एजुकेशन कंसलटेंट बताते थे।
गिरफ्तार किए आरोपियों की पहचान निर्मल सिंह उर्फ निम्मा निवासी गांव करतारपुर मुल्लांपुर, विष्णू शर्मा निवासी मथुरा, सुशांत त्यागी निवासी मेरठ, आनंद विक्रम सिंह निवासी गाजियाबाद व अंकित आरोड़ा उर्फ गोरिया उर्फ डोगर निवासी मोहाली के रूप में हुई है। इस गिरोह का सरगना आनंद विक्रम सिंह बताया जा रहा है जोकि अपैक्स एजुकेशन के नाम से सेंटर चला रहा था। उक्त आरोपियों के खिलाफ थाना जीरकपुर में मामला दर्ज किया है।
मामले की जानकारी देते हुए एसपी (रूरल) रवजोत ग्रेवाल ने बताया जीरकपुर थाने के एसएचओ ओंकार सिंह बराड़ को गुप्त सूचना मिली थी कि निर्मल सिंह उर्फ निम्मा नाम का व्यक्ति कम पढ़े-लिखे युवक-युवतियों से मोटी रकम वसूलकर उनके आईडी प्रूफ पर उन्हें ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट व डिप्लोमा के सर्टीफिकेट तैयार करके देता है। पुलिस ने निर्मल सिंह को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह अकेला नहीं बल्कि उसके चार साथी और इस गौरखधंधे में शामिल हैं। वह यह जाली सर्टीफिकेट बनाने का धंधा वर्ष 2012 से कर रहे थे।
देश भर में खोल रखे थे एजुकेशन सेंटर
गिरोह ने पूरे भारत में अपने अलग-अलग नाम से एजुकेशन सेंटर खोले हुए थे। यह लोग अलग-अलग यूनिवर्सिटियों की वेबसाइट को हैक कर लेते थे और उनका डाटा को ब्रेक करके उनमें अपने तौर पर विद्यार्थियों के नाम-पता फीड कर लेते थे। लोगों काे डिग्री, डिप्लोमा बेचकर डिग्री के हिसाब से एक लाख, डेढ़ लाख एवं दो लाख रुपये तक मोटी रकम वसूल कर आपस में बांट लेते थे।