रोहतक, 14 जून (निस)
महम स्थित राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में बतौर सिविल लेक्चरर के पद पर तैनात एक युवक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने संस्थान के कर्मचारियों पर उनके बेटे को मानसिक रूप से परेशान करने का भी आरोप लगाया। साथ ही मृतक ने मरने से पहले अपनी ईमेल पर नामजद आरोपियों के नाम सुसाइड नोट में लिखे हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार हिसार के रावलवास खुर्द निवासी जयबीर ने बताया कि उसका बेटा प्रदीप महम स्थित राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में बतौर सिविल लेक्चरर तैनात था। तीन दिन के लिए वह कॉलेज के काम से चंडीगढ़ गया हुआ था। जब वापस आया तो काफी परेशान चल रहा था। जब परिजनों ने प्रदीप से इस बारे में पूछा तो उसने बताया कि पिछले काफी दिनों से कालेज के कर्मचारी जयदेव, सुनेल, जगदीप काफी परेशान कर रहे है और कॉलेज में भी उसकी छवि धूमिल करने व नौकरी न करने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही इस पूरे प्रकरण में प्राचार्य दिनेश व नीरज और प्रीति भी शामिल हैं।
जयबीर ने बताया कि 13 जून को प्रदीप घर से कॉलेज के लिए गया था। इसी दौरान दोपहर को उसके पास फोन आया कि प्रदीप ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है, जिस पर उसे पीजीआई में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जयबीर ने बताया कि प्रदीप की ईमेल से एक प्रिंट आउट मिला, जिसमें प्रदीप ने हिंदी में अपनी मौत की वजह व नामजद लोगों को बताया है। पुलिस ने जयबीर की शिकायत पर नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।