इन्द्री, 2 फरवरी (निस)
प्रभावित क्षेत्रों में बर्ड फ्लू से निपटने को तैनात किए गए चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों से बिना प्रशिक्षण कार्य करवाने पर पशुपालन विभाग के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके लेकर कर्मचारियों ने रोष जताया।
यूनियन ने विभाग के आला अधिकारियों से पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवाते हुए मांग उठाई है कि सिर्फ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से बिना प्रशिक्षण के जोखिम भरे कार्य न करवाए जाएं। वहीं अनेक वर्षों से लंबित जोखिम भत्ते की मांग पूरी की जाए। मांगें नहीं मानने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
चतुर्थ श्रेणी राज्य पशुपालन कर्मचारी यूनियन के राज्य प्रधान व पंचकूला से उपप्रधान चमनलाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 2 महीने से देश मे बर्ड फ्लू के आने की वजह से पशुपालन विभाग ने रेपिड रिस्पॉन्स टीम बनाकर प्रभावित क्षेत्रों में रोकथाम करने व फ्लू की समस्या से निपटने के लिए कार्यरत है। इसमें पशु चिकित्सक, पशुधन सहायक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों (एनिमल अटेंडेंट) की सामूहिक टीम बनाकर विभागीय कार्य कर रहे हैं।
आंदोलन की चेतावनी
यूनियन ने कहा है कि कई जिलों के कर्मचारियों को लगभग 10 -10 दिन के लिए पंचकूला में प्रभावित पॉल्ट्री फार्मों पर ड्यूटी के लिए तैनात किया गया है लेकिन कुछ जगह ऐसी गम्भीर शिकायतें यूनियन को लगातार मिल रही है कि टीम वर्क ने मुर्गियां मारने से लेकर, केज से निकालने व बोरे में डालने तक के सभी कार्य सिर्फ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से करवाया जा रहा है। अनेक स्थानों पर ये कार्य बगैर प्रशिक्षण के करवाये जा रहे हैं। यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों की मांगों पर तत्काल संज्ञान नहीं लिया जाता है तो राज्य यूनियन जल्द कर्मचारियों का राज्य सम्मेलन बुलाकर आंदोलन की घोषणा करेगा।