चंडीगढ़, 10 जून (ट्रिन्यू)
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की पंजाब विश्वविद्यालय इकाई ने वीरवार को छात्र हितों से जुड़ी कई मांगों को लेकर कुलपति प्रो. राजकुमार के नाम ज्ञापन सौंपा।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि विश्वविद्यालय को बंद हुए डेढ़ साल से अधिक समय हो गया है और छात्रों को पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि वर्तमान में विश्वविद्यालय में शोधार्थियों के लिए लैबोरेटरी और हॉस्टलों को फिर से खोला जाए। यूटी प्रशासन ने चंडीगढ़ में पुस्तकालयों को फिर से खोलने की अनुमति दी है, इसलिए विश्वविद्यालय के विभागीय पुस्तकालय जल्द से जल्द खोले जायें। ज्ञापन में यह भी मांग की गयी है कि जब भी विश्वविद्यालय कैंपस खोलें सबसे पहले विश्वविद्यालय में रह रहे छात्र-शिक्षक व अन्य कर्मचारियों का कोरोना टीकाकरण कराएं ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
एबीवीपी प्रधान पारस रतन ने कहा कि छात्रों की फीस में विविध शुल्क उन्हें वापस किये जायें क्योंकि कई परिवार अभी भी आर्थिक अभाव से जूझ रहे हैं।
एबीवीपी पंजाब विश्वविद्यालय इकाई मंत्री ऋषिका राज का कहना है कि विश्वविद्यालय बंद होने के बाद से छात्रों की गोल्डन चांस और स्पेशल चांस की परीक्षाएं रोक दी गई हैं जिससे उनकी प्लेसमेंट में भी समस्या आ रही है इसलिये जल्द से जल्द इन परीक्षाओं को आयोजित करने की योजना बनाई जाए। एबीवीपी का कहना है कि पिछले वर्ष से लंबित आरडीसी के कारण शोधार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इसलिये पीयू प्रशासन आरडीसी का आयोजन जल्द करे, ताकि शोधार्थी शोध कार्य जारी रख सकें।