सोनीपत, 2 मार्च (हप्र)
गोहाना रोड पर स्थित जिले का सुभाष स्टेडियम बदहाली के आंसू रो रहा है। यहां पर खिलाड़ियों के लिए कोई खास सुविधा नहीं है और उन्हें प्रैक्टिस के लिए दूसरे शहरों का रुख करना पड़ा है। फेसिलेशन सेंटर का निर्माण कार्य कछुवा चाल से हो रहा है। जबकि जिले के कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पदक हासिल किये हैं। स्टेडियम के कुश्ती हाॅल का जिम और मैट जर्जर हैं। जिम की मशीन के कल-पुर्जे ढीले हो चुके हैं, तार टूटे हुये हैं। हत्थों पर रबड़ की ग्रिप भी नहीं है। कुश्ती मैट काफी पुराना हो चुका है।
स्टेडियम सड़क के लेवल से 7 फुट नीचा है। बारिश के सीजन में स्टेडियम में पानी एकत्रित हो जाता है और यहां का मैदान तालाब जैसा नजर आता है। पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। यह धीरे-धीरे अपने आप ही सूखता है। इस दौरान मैदान के कच्चे वाकिंग ट्रैक की हालत बदतर हो जाती है। स्टेडियम के मैदान में घास और झाड़ियां उग आती हैं। बाद में ट्रैक्टर से जुताई कराकर घास की कटाई कराई जाती है।
बास्केटबाल कोर्ट भी उखाड़ा : बास्केटबाल कोर्ट के पास काफी खाली जगह है। यहां पर मल्टीपर्पज हाल बनाने का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया था। इसके लिए बास्केटबाल कोर्ट को उखाड़ दिया गया लेकिन प्रक्रिया आगे बढ़ी तो जगह कम होने के चलते यहां हाल बनाना संभव नहीं था। अब बास्केटबाल कोर्ट भी नहीं और हाल भी नहीं बना।
इन खिलाड़ियों ने बढ़ाया देश का मान
कुश्ती में योगेश्वर दत्त, अमित दहिया, रवि दहिया, मौसम खत्री, बजरंग पूनिया, सुनील कुमार, सज्जन कुमार, ज्ञानेंद्र दहिया समेत कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक जीते हैं।
यह भी हैं समस्याएं
- वाकिंग ट्रैक नहीं है
- अखाड़े के ऊपर शेड नहीं है
- इंडोर खेलों की सुविधा नहीं है
- किसी भी खेल के लिए कोर्ट नहीं है
- टायलेट टूटे हैं
- मैदान में घास उगी है