भिवानी, 30 जनवरी (हप्र)
हरियाणा शिक्षा बोर्ड से संस्कृत की कक्षाओं का आरंभ होना संस्कृत के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
यह विचार हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ़ दिनेश शास्त्री ने स्थानीय गौशाला मार्केट रोड स्थित श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता एवं विद्वत्त सम्मान समारोह में अध्यक्षता करते हुए कहे। शास्त्री ने कहा कि हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न तरह की योजनाएं आरंभ की जा रही हैं। सरकार द्वारा बच्चों में संस्कृत का ज्ञान बढ़ाने के लिए गीता प्रतियोगिता आयोजित की जाती हैं जिसमें विजेताओं को 51000 का पुरस्कार दिया जाएगा। समारोह की मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह ने कहा कि संस्कारों की रक्षा करने के लिए संस्कृत भाषा का बचाव बहुत जरूरी है। समारोह में महाविद्यालय के प्रधान प्रह्लाद सिंह ने कहा कि संस्कृत भाषा के उत्थान के बिना भारत अपने प्राचीन गौरव को वापस प्राप्त नहीं कर सकता। विशिष्ट अतिथि हरियाणा प्रादेशिक हिंदी साहित्य सम्मेलन के महामंत्री रमेश मिश्र ने कहा कि हरियाणा सरकार को संस्कृत महाविद्यालय के विकास के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए।
महाविद्यालय के प्राचार्य विनय मिश्र ने कहा कि आज के आयोजन में जिला भिवानी ओर चरखी दादरी के संस्कृत महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने गीता प्रतियोगिता में भाग लिया। इसमें दिनेश ने प्रथम ,दीक्षा ने द्वितीय और प्रीति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर सुमन शर्मा, सुनीता फोगाट, मुरलीधर शास्त्री,सुनील शास्त्री,हेमंत शास्त्री व अनिल गौड़ आदि उपस्थित थे।