गोहाना, 9 जून (निस)
कृषि फीडरों पर शेड्यूल के अनुसार आठ घंटे बिजली सप्लाई नहीं मिलने से परेशान किसानों ने बृहस्पतिवार को सोनीपत रोड स्थित उपमंडलीय परिसर में एसडीएम कार्यालय के सामने सांकेतिक धरना दिया। किसानों ने सरकार और प्रशासन को अल्टीमेटम दिया कि 14 जून तक कृषि फीडरों पर आठ घंटे बिजली सप्लाई सुनिश्चित नहीं की गई तो 15 जून से आंदोलन शुरू किया जाएगा। तब एस.डी.एम. और तहसील कार्यालय को ताला भी लगाया जा सकता है। किसानों ने तहसीलदार अजय कुमार को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन दिया।
भारतीय किसान यूनियन चढूनी के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि किसानों को फसल सिंचाई के लिए दो माह से कृषि फीडरों पर पांच घंटे बिजली सप्लाई दी जा रही है। इस दौरान भी अघोषित कट लगते हैं जिससे किसानों को लगभग तीन घंटे ही बिजली मिलती है। उन्होंने कहा कि बिजली निगम का कृषि फीडरों पर रोजाना आठ घंटे बिजली सप्लाई देने का शेड्यूल है। यूनियन के जिला अध्यक्ष अशोक लठवाल ने कहा कि निगम ने अप्रैल में गेहूं की कटाई के दौरान कृषि फीडरों पर बिजली सप्लाई में कटौती की थी। गेहूं की कटाई के बाद आठ घंटे बिजली नहीं दी जा रही है। यूनियन की गोहाना इकाई के चेयरमैन भगत सिंह उर्फ संदीप मलिक ने कहा कि किसानों को फसलों की सिंचाई में परेशानी आ रही है। ज्वार, कपास, गन्ने और सब्जियों की फसलें सूखने लगी हैं। 15 जून से धान की रोपाई शुरू हो जाएगी। तब तक बिजली सप्लाई आठ घंटे सुनिश्चित नहीं की गई तो किसानों की परेशानी बढ़ जाएगी। डीजल की खपत से किसानों का खर्च बढ़ गया है।