रेवाड़ी, 7 जून (निस)
पार्कों की देखभाल का कार्य देखने वाले एक ठेकेदार ने सोमवार को नगर परिषद में जमकर बवाल काटा। ठेकेदार ने क्लर्क और जेई ही नहीं, बल्कि कार्यकारी अधिकारी पर हमला तक करने की कोशिश की। ठेकेदार व उसके साथियों ने नगर परिषद के अधिकारियों के साथ हाथापाई की। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मामले का शांत कराया।
उधर, सफाई कर्मचारियों ने ठेकेदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पहले धरना दिया और फिर ठेकेदार का लाइसेंस रद्द कराने के लिए डीसी के नाम सीटीएम को ज्ञापन सौंपा। वहीं ईओ मनोज यादव की तरफ से शहर थाना में ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। नगर परिषद द्वारा शहर स्थित पार्कों की साफ सफाई के लिए टेंडर छोड़ा गया है। लेकिन ठेकेदार द्वारा पार्कों की सफाई ठीक से नहीं की जा रही।
जिसका नोटिस भी नगर परिषद द्वारा ठेकेदार को दिया गया था। बावजूद इसके ठेकेदार सोमवार को दबंगई दिखाते हुए कुछ लोगों को को लेकर नगर परिषद पहुंचा गया और वहां मौजूद कर्मचारियों व नगर परिषद अधिकारी के साथ बदसलूकी करते हुए मार पिटाई की कोशिश की गई। जब इसकी भनक सफाई कर्मचारियों को लगी तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए डीसी के नाम सीटीएम रोहित कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि अगर समय रहते ठेकेदार का लाइसेंस रद्द नहीं किया गया तो वह इससे भी बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसी को लेकर सफाई कर्मचारियों ने नगर परिषद से विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे और वहां पहुंचकर ठेकेदार का लाइसेंस रद्द करने की मांग को लेकर सीटीएम को ज्ञापन सौंपा।
दूसरी ओर, इस बारे में नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी मनोज यादव ने बताया कि शहर में पार्कों की साफ-सफाई का ठेका दिया गया है। लेकिन नोटिस के बावजूद भी ठेकेदार द्वारा पार्कों की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सोमवार को ठेकेदार ने नगर परिषद कार्यालय में पहुंच कर कर्मचारियों के साथ बदसलूकी करने के साथ-साथ मार पिटाई की। इसी को लेकर नगर परिषद द्वारा ठेकेदार की 4 लाख की पेमेंट भी रोकी गई है। लेकिन ठेकेदार उल्टा अधिकारियों पर मनगढ़ंत आरोप लगाते हुए नगर परिषद पहुंचा और बदसलूकी के साथ-साथ मारपिटाई की। आरोपी ठेकेदार के खिलाफ शहर थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है।