जुलाना/जींद, 26 फरवरी (हप्र)
जुलाना क्षेत्र के गांव देवरड़ में बीती रात आई बरसात और आंधी से गेहूं की 500 एकड़ फसल जमींदोज़ हो गई। किसानों की मांग है कि उन्हें गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिया जाए। शनिवार को देवरड़ गांव निवासी जितेंद्र, जयराम, बलबीर, संदीप, नवीन ने बताया कि उन्होंने गेहूं की फसल का बीमा करवाया हुआ है। बरसात के कारण उनकी फसल बिछ गई और खराब हो गई। जब वो शिकायत लेकर कृषि विभाग कार्यालय में पहुंच रहे हैं तो उन्हें कार्यालय की छुट्टी होने पर बैरंग ही लौटने पर मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों को डर सता रहा है कि अगर 72 घंटे बीत गए तो उनकी शिकायत की कोई सुनवाई नहीं होगी। किसानों ने बताया कि गांव में बरसात और आंधी से 500 एकड़ की फसल खराब हो गई है। बीमा राशि खाते से कटने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
किसानों नें मांगा मुआवज़ा
कनीना (निस) : प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में शुक्रवार देर शाम हुई बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कनीना क्षेत्र में फसलों में हुए नुकसान का आकलन करने अधिकारी पहुंचे तो साथ में विधायक ने भी खेतों का जायज़ा लिया। हलका विधायक सीताराम यादव, एसडीएम सुरेंद्र सिंह व कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों ने प्रभावित गावों खेड़ी, पाथेड़ा, तलवाना, केमला, गिहार, छितरोली, नोताना, स्याणा, सेहलंग में पंहुचकर किसानों से कहा कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। प्राकृतिक आपदा के समय सरकार किसानों के साथ खड़ी है। विधायक ने किसानों को आश्वासन दिया कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर विशेष गिरदावरी करवाकर पीडि़त किसानों को फसल खराब मुआवजा दिलाएंगे। किसानों ने सरकार से विशेष गिरदावरी करवा कर 30 हजार रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने की मांग की है।
चरखी दादरी (निस) : दादरी क्षेत्र में भी देर रात हुई बारिश के साथ ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। शुक्रवार देर रात गांव कादमा, धनासरी, बाढड़ा, झोझू, दगड़ोली सहित करीब दो दर्जन गांवों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के चलते गेहूं, सरसों व अन्य फसलें खराब हो गई हैं। पकने को तैयार फसलों में नुकसान होने के कारण किसानों ने प्रशासन व सरकार से उचित मुआवजा मांगा है। वहीं इनेलो ने डीसी को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
भिवानी (हप्र): शनिवार को किसान जनसंगठनों व अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी करवाकर पीडि़त किसानों को मुआवजा देने की मांग की। अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी कमेटी ने लोहारू व बहल तहसीलों के कई गांव में 25 फरवरी को हुई ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों की विशेष गिरदावरी करवाने तथा पीडि़त किसानों को 50000 रूपये प्रति एकड़ तथा प्रभावित मजदूरों को 10000 रूपये मुआवजा देने की मांग को लेकर जिला उपायुक्त को एसएचओ दिलबाग सिंह के माध्यम से ज्ञापन दिया है। उधर, इनेलो महिला विंग की जिला प्रधान इंदु परमार ने भी भिवानी, चरखी दादरी जिलों के बाढड़़ा, लोहारु व बहल क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों की गिरदावरी करवाकर जल्द से जल्द किसानों को मुआवजा दिये जाने की मांग की है।
महेन्द्रगढ़ (निस): हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र महेन्द्रगढ़ के गांव मालड़ा, बवाना, बसई, आकोदा, खुडाना, पाली, जाट भुरजट, आदलपुर ,धोली, माझेवाली, जाखड़ी, श्यामपुरा, सोहड़ी, बासड़ी, जड़वा, पथरवा सहित अनेक गांवों का दौरा कर ओलावृष्टि से सरसों, गेहूं व चने की फसल के हुए नुकसान का जायजा लिया।
नूंह/मेवात (निस) : जिले के कई क्षेत्रों में 50 फीसदी से भी अधिक क्षति होने की बात सामने आ रही हैं। किसानों का कहना है कि बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों को तबाह करके रख दिया है। जबकि जिला प्रशासन ने अभी तक प्रभावित फसलों का मुआयना व मुआवजा देने की घोषणा तक नहीं की है। एडीओ अभयराम ने शनिवार को कहा कि तेज बारिश व ओलावृष्टि से रबी की 50 फीसदी फसलों की क्षति की बात सामने आई है।
रोहतक (हप्र): देर शाम मौसम में आये बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है। एक तरफ शुक्रवार रात हुई बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है तो दूसरी ओर मौसम में बदलाव और चिंता बढ़ाने वाला है। किसानों प्रीत सिंह, सूरज, बिजे, कोकल आदि का कहना है कि सरसों की फसल पकाई पर है तेज आंधी के कारण सरसों की फली जमीन से लगकर टूट रही है। बेर, अमरूद की फसल को भी नुकसान हुआ है।