शिमला, 23 फरवरी (निस)
हिमालय क्षेत्र में सक्रिय हुए ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में आज लगातार दूसरे दिन भी वर्षा और बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। बीती रात प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कुफरी, फागू, छराबड़ा और नारकंडा में हल्का हिमपात हुआ जबकि राजधानी शिमला में तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि हुई। मौसम में आए इस ताजा बदलाव से प्रदेश में ठंड का प्रकोप फिर बढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक जनजातीय जिला लाहौल स्पिति, किन्नौर, चंबा जिला के पांगी और भरमौर, धौलाधार पहाड़ियों और शिमला जिला के चूड़धार में आज रुक-रुक कर हिमपात होता रहा। लाहौल स्पीति में दो दिनों के दौरान एक फुट से अधिक ताजा हिमपात दर्ज किया जा चुका है। इससे जिले में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। प्रदेश में हो रही व्यापक बर्फबारी के चलते मनाली-केलांग मार्ग पर यातायात बंद है और पर्यटकों को सोलंग नाला से आगे अटल टनल रोहतांग की ओर नहीं जाने दिया जा रहा है। किन्नौर जिला की ऊंची पहाड़ियों पर भी आज तीसरे दिन भी हिमपात जारी रहा। राजधानी शिमला और आसपास के इलाकों में भी आज हल्की वर्षा हुई। मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान गोंदला में 35, केलांग और कुकुमसेरी में 26, कल्पा में 12, समदो और कोठी में 10-10, पूह में 6, सांगला में 5 और मूरंग में 4 सेंटीमीटर ताजा बर्फ रिकॉर्ड किया गया। इस दौरान सोलन, कुल्लू, चंबा, मंडी, शिमला और कांगड़ा जिलों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा हुई। मौसम विभाग ने आज राज्य के अधिकांश स्थानों पर वर्षा और अधिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर हल्के से व्यापक हिमपात की संभावना जताई है। विभाग ने इस दौरान राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर अंधड़ चलने तथा आसमानी बिजली गिरने का भी येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में 26 फरवरी तक मौसम के तेवर बिगड़े रहेंगे। विभाग का ये भी कहना है कि 25 फरवरी से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में ताजा विक्षोभ सक्रिय हो रहा है।
भूकंप से हिले पहाड़
हिमाचल प्रदेश में भूकंप लगातार लोगों को डरा रहा है। आज शिमला जिला में रिक्टर पैमाने पर चार की तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र शिमला जिला के रामपुर क्षेत्र के सेरी जाहली में जमीन के सात किलोमीटर भीतर था। ये भूकंप सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर आया। भूकंप के झटके शिमला, किन्नौर, कुल्लू और मंडी जिलों में महसूस किए गए। भूकंप के इन झटकों से लोग दहशत में हैं।