मंडी, 1 अगस्त (निस)
भारी बारिश के कारण ब्यास नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लारजी डैम के चारों गेट को खोलने से पानी का जलस्तर और बढ़ने से चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर यातायात थम गया है। थलौट के समीप दवाड़ा में ब्यास नदी का पानी सडक़ पर पहुंच गया, जिसके चलते यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। इस दौरान मार्ग के दोनों ओर लंबा जाम लग गया है। बरसात से कई स्थानों पर भू-स्खलन हो रहा है, जिससे खतरा बना हुआ है। जिला प्रशासन ने जानमाल के नुकसान से बचने के लिए मार्ग आगामी आदेशों तक मार्ग को बंद कर दिया गया है। वैकल्पिक मार्ग वाया बजौरा किया गया है, ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। प्रशासन ने हले ही ब्यास के समीप रहने वाले सभी लोगों से नदी के किनारे न जाने का आह्वान किया गया है, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घटित हो।
खड़ी फसलें तबाह
मुल्थान बरोट से 12 किलोमीटर दूर भुज्लिंग गांव के पास कुड़ी नाला में रविवार को सुबह बादल फटने से भुज्लिंग गांव के लगभग 20 बीघा जमीन में गोभी, मूली, धनिया की फसलें बर्बाद हो गई। गांव से दूर पेड़ों पर आसमानी बिजली गिरने से बादल फटने से भुज्लिंग गांव का पैदल मुख्य रास्ता कट गया। भुज्लिंग गांव के किसानों की फसलें भी बह गई है। प्रधान गुड्डी देवी, उपप्रधान सुनील कुमार ने सरकार से जल्दी राहत की मांग की है। मंडी-कलखर मार्ग स्थित रिवालसर के पास नाले पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से मार्ग छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गयी है।