कुरुक्षेत्र, 25 अप्रैल (हप्र)
श्रीकृष्णा आयुष यूनिवर्सिटी के आयुर्वेदिक कॉलेज से बीएएमएस और एमडी कर रहे भावी चिकित्सकों ने स्टाइपेंड बढ़ाने को लेकर आंदोलन के सातवें दिन उमरी रोड पर फ्रूट बेचकर विरोध जताया।
विद्यार्थियों ने कहा कि एक साल की इंटर्नशिप के दौरान उन्हें 10 हजार रुपए प्रतिमाह का स्टाइपेंड दिया जाता है।
वहीं एमबीबीएस विद्यार्थियों को 17500 रुपए प्रतिमाह मिलता है। बीएएमएस के विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें और एमबीबीएस के विद्यार्थियों को नीट परीक्षा के आधार पर ही दाखिला मिलता है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी बीएएमएस व एमबीबीएस के विद्यार्थियों को एक समान स्टाइपेंड देने को कहा था। इसके बावजूद आयुर्वेद के विद्यार्थियों के साथ अन्याय किया जा रहा है।
श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज में पढ़ रहे डॉ. सोहन, डॉ. सलीम, प्रवीण, हर्षित, काजल, प्रेरणा, हिमांशी, अक्षय, पंकज, जितेश सैनी और हरीश यादव ने कहा कि स्टाइपेंड बढ़ाने के मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन और सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रहे। विद्यार्थियों ने कहा कि वे क्रमिक भूखहड़ताल और आमरण अनशन पर बैठने से भी पीछे नहीं हटेंगे।