होशियारपुर, 30 दिसंबर (निस)
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों को नेताविहीन दल बताते हुए चुनौती दी और कहा कि उनमें साहस है तो मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, भाजपा और आप समेत तीनों राष्ट्रीय दल पंजाब में अपने स्वार्थ के लिए चुनाव लड़ने आ रहे हैं जबकि उनका पंजाब और पंजाब के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। पूर्व उप मुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल आज यहां होशियारपुर में पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरेंद्र सिंह बाजवा के आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों में शामिल हो रहे हैं, वे या तो टिकट कटने से नाराज हो रहे हैं या अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का मकसद सिर्फ अपना स्वार्थ सिद्ध करना होता है जबकि उनका आम लोगों से कोई लेना-देना नहीं होता। उन्होंने कहा कि अन्य पार्टियों में जाने वाले नेताओं की ही जमानत जब्त होती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो लोग आज भाजपा में शामिल हो रहे हैं, वे भूल गए हैं कि किसान संघर्ष में करीब 750 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं, जो केंद्र की भाजपा सरकार के कारण हुआ है। अकाली दल छोड़ चुके नेताओं की बहाली के बारे में पूछे जाने पर सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पार्टी में किसी को वापस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले जब नेताओं को वापस लिया जाता था तो स्थिति अलग थी, अब ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग अब राज्य की बागडोर शिरोमणि अकाली दल और बसपा गठबंधन को सौंपना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल 100 साल पुरानी पार्टी है जिसने हमेशा पंजाब और पंजाबियत के हित में बात की है। उन्होंने कहा कि आगामी 2022 के चुनावों के साथ पूरे पंजाब में शिअद-बसपा गठबंधन के पक्ष में हवा चल रही है और गठबंधन राज्य में बड़ी बढ़त के साथ सरकार बनाएगा। इस अवसर पर उपस्थित अन्य लोगों में एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी, सुरिंदर सिंह भुलेवाल राठां जिला अध्यक्ष (ग्रामीण), जतिंदर सिंह लाली बाजवा जिलाध्यक्ष (शहरी), बलवीर सिंह मियाणीं पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह रसूलपुर, सोहन सिंह ठंडल, वरिंदरजीत सिंह सिंह सोनू, टेरकियाना, हरदेव सिंह कोठे जट्टां आदि भी उपस्थित थे।