जींद, 2 सितंबर (हप्र)
जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मरीजों के इलाज में लापरवाही को लेकर स्वास्थ्य विभाग की जांच एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई है। हालांकि विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि यह मामला विभागीय स्तर पर जींद में ही निपट जाए। शिकायतकर्ता को भी शिकायत दिए हुए चार दिन हो गए हैं, लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है। इससे घायल परिजनों में रोष बढ़ रहा है। सीएमओ कार्यालय द्वारा मामले की जांच के लिए तीन दिन पहले ही जांच के आदेश दे दिए थे और जांच का जिम्मा एसएमओ डा. गोपाल गोयल व डिप्टी सिविल सर्जन डा. रमेश पांचाल को दिया गया था। मामले की जांच को लेकर अस्पताल प्रशासन कितना गंभीर है, इसका पता इसी से लगता है कि जांच अधिकारी बनाए गए चिकित्सकों के पास ऑर्डर की कापी तीन दिन बाद बृहस्पतिवार को पहुंची है। जबकि घायलों के परिजनों ने घटना के अगले ही दिन शिकायत अस्पताल प्रशासन के अलावा, स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक, एसपी कार्यालय व डीसी कार्यालय को भेज दी थी।
यह है मामला
29 अगस्त शाम को लगभग साढ़े छह बजे गांव रामकली निवासी दीपक, मनजीत व जोगेंद्र को घायल अवस्था में नागरिक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दाखिल करवाया गया था। यह लोग निर्जन गांव में हुए एक झगड़े में घायल हो गए थे। यह लोग दर्द से कहराते रहे, लेकिन यहां तैनात चिकित्सकों ने इनका कोई उपचार नहीं किया और कहा कि इनको मामूली चोटें आई हैं। साढ़े आठ बजे डा. राजेश भोला इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे और ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों को इलाज नहीं करने के बारे में पूछा तो दोनों चिकित्सक ड्यूटी छोड़ कर इमरजेंसी वार्ड से चले गए। वहीं,नागरिक अस्पताल के सीएमओ डा. मनजीत सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।