करनाल, 2 सितंबर (हप्र)
विकास शुल्क वसूलने के लिए नगर निगम अब मोहल्लों में शिविर लगाने जा रहा है। आगामी 12 सितंबर को बसंत विहार से इसकी शुरुआत की जाएगी। इसके बाद शहर की दूसरी अनुमोदित कॉलोनियों से विकास शुल्क लेने का काम किया जाएगा।
निगम आयुक्त डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि नियमानुसार किसी भी कंस्ट्रक्शन से पहले नागरिकों को विकास शुल्क जमा करवाना पड़ता है, इससे नक्शा भी तैयार हो जाता है और व्यक्ति बिना किसी रोक-टोक या बाधा के अपना मकान या अन्य निर्माण कर सकता है, लेकिन शहर के काफी लोगों की तरफ विकास शुल्क देय पड़ा है। अब नगर निगम ने इसकी वसूली करने का निर्णय लिया है।
नागरिकों की सहूलियत को देखते उनके घर-द्वार पर ही डेवलपमेंट चार्ज देने के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे। शुरुआत में 12 सितंबर रविवार के दिन बसंत विहार में पहला शिविर लगेगा, जो प्रात: 9 से सायं 5 बजे तक होगा। इस एरिया के लोग शिविर में आकर आसानी से अपना डेवलपमेंट चार्ज जमा करवा सकते हैं, उसकी रसीद मिलेगी।
लोगों को अपनी रजिस्ट्री की कॉपी और प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाए गए बिल की रसीद साथ लानी होगी। निगमायुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि प्रॉपर्टी टैक्स हो या डेवलपमेंट चार्ज, सभी नागरिकों को या जिनकी तरफ यह देय हैं, को समय से और ईमानदारी से निगम में जमा करवा देने चाहिए। यह दोनों शुल्क ऐसे हैं, जिनसे निगम की आय होती है और उसी आय से शहर में विकास करवाया जाता है। अप्रत्यक्ष रूप से नागरिक इन छोटे-छोटे शुल्क से अपने लिए ही सुविधाएं लेते हैं।
बसंत विहार के 2700 नोटिस तैयार किए
बसंत विहार एरिया में निगम की ओर से डेवलपमेंट चार्ज के 2700 नोटिस तैयार किए गए हैं, इनमें से करीब 2000 बांट भी चुके हैं, शेष जल्द बांट दिए जाएंगे। निगमायुक्त ने कहा कि इससे लोगों को यह जानने में आसानी होगी कि उनकी तरफ कितना डेवलपमेंट चार्ज है और वह उतनी ही राशि लेकर शिविर में आ सकते हैं। निगमायुक्त ने बताया कि रिहायशी निर्माण पर 360 रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से डेवलपमेंट चार्ज बनाया गया है, जो नियमानुसार है। उन्होंने यह भी बताया कि बसंत विहार के बाद शहर की अन्य जितनी भी नई-पुरानी अप्रूव्ड कॉलोनियां हैं, उनमें भी इस तरह के शिविर लगाकर डेवलपमेंट चार्ज की वसूली की जाएगी। इस काम के लिए भी सभी घरों में नोटिस बांटे जाएंगे।