करनाल, 24 अप्रैल (हप्र)
डाॅक्टर बनने का सपना लेकर 10 दिन पहले ओडिसा गये करनाल के छात्र निशांत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि निशांत प्रजापति की मौत का कारण रैगिंग है। शव को रविवार को करनाल लाया गया। लोगों ने अंतिम संस्कार से पहले दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
करनाल के 19 वर्षीय निशांत ने पहले ही प्रयास में बिना कोचिंग के नीट एग्जाम पास किया था और परिजन उसे ओडिशा के भीमा भाई मेडिकल कालेज छोड़ आए थे। निशांत ने अपने दोस्तों और परिजनों को बताया कि उन्हें रेगिंग में बहुत परेशान किया जा रहा है। इसी बीच उसकी संदिग्ध मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उसने शुक्रवार को कॉलेज के न्यू ब्वायज हॉस्टल से कूदकर जान दे दी। निशांत ने अपनी डायरी में रैगिंग से परेशान होने की बात लिखी है। निशांत के पिता शिक्षाविद डॉ़ कृष्ण कुमार ने बताया कि परसों निशांत ने परिवार के लोगों से बात की थी। उसने उन्हें बताया कि चार दिन से कालेज में रेगिंग चल रही है और उन्हें बहुत परेशान किया जा रहा है। उसके पास से डायरी के कुछ पन्ने मिले हैं, जिसमें कहा गया है कि जो मेरे साथ हुआ , वह किसी और के साथ नहीं होना चाहिए।
छत से फेंकने की आशंका
डॉ़ कृष्ण कुमार ने बताया कि कालेज ने पहले इसे हादसा बताया, लेकिन जब उन्होंने रैगिंग होने की बात बताई तो वहां एफआई दर्ज की गई है। परिजनों ने ओडिशा में पुलिस को शिकायत देकर कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। परिजनों का आरोप है कि निशांत को छत से फैंका गया है।