मुंबई, 29 दिसंबर (एजेंसी)
शेयर बाजारों में बुधवार को पिछले दो दिन से जारी तेजी पर विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स तथा एनएसई निफ्टी दोनों एक सप्ताह से अधिक के उच्चस्तर से नीचे आ गये। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच बैंक, आईटी और धातु शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार में गिरावट आयी। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 90.99 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,806.49 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 19 शेयर नुकसान में जबकि 11 लाभ में रहे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 19.65 अंक यानी 0.11 प्रतिशत टूटकर 17,213.60 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी के 31 शेयर नुकसान में रहे। सेंसेक्स के शेयरों में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में भारतीय स्टेट बैंक रहा। इसके अलावा आईटीसी, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, कोटक बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, डॉ. रेड्डीज, बजाज फिनसर्व और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं। कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच वायदा एवं विकल्प खंड में सौदे के मासिक निपटान के अंतिम दिन से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के शोध प्रमुख अरिजीत मलाकर ने कहा, ‘‘बाजार आज लगभग स्थिर बंद हुआ। पिछले दो कारोबारी सत्रों में दिसंबर महीने के वायदा एवं विकल्प खंड में सौदे को पूरा करने के लिये की गयी लिवाली से बाजार में तेजी रही। नये साल के अवकाश की वजह से अगले दो कारोबारी सत्रों में बाजार में स्थिरता बने रहने की उम्मीद है। अगले कुछ दिनों तक कई वैश्विक बाजार बंद रहेंगे।” विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर बाजार में चिंता है। दिल्ली सरकार की पाबंदियों के बाद इस बात की आशंका है कि दूसरे राज्यों में भी संक्रमण के मामले बढ़ने पर इसी प्रकार की पाबंदी लगायी जा सकती है। ऐसा होने पर इससे अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार पर अल्पकाल में प्रतिकूल असर पड़ सकता है।” दिल्ली में पाबंदियों के कारण पीवीआर का शेयर 1.98 प्रतिशत नीचे आ गया।