जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 17 जनवरी
पंजाब विश्वविद्यालय को अगले माह नया डीन यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शन्स (डीयूआई) मिलने जा रहा है। इसके लिये प्रशासनिक स्तर पर तलाश शुरू भी हो चुकी है हालांकि पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पूटा) ने कुलपति को पहले ही चेता दिया है कि इस ओहदे पर किसी की नियुक्ति करते वक्त सीनियरिटी के नियम का ही पालन किया जाये।
पूटा ने सख्त लहजे में कहा है कि डीयूआई के लिये चले आ रहे वरिष्ठता के नियम को ही फालो किया जाये ताकि पारदर्शिता और समता बनी रहे। कुलपति प्रो. राज कुमार को लिखे एक पत्र में पूटा प्रधान डॉ. मृत्युंजय कुमार व सचिव अमरजीत सिंह नौरा ने कहा है कि डीन रिसर्च और डीयूआई की नियुक्ति के लिये हमेशा से सीनियर लोगों के नामों पर ही विचार किया जाता रहा है इसलिये इस बार भी इसी नियम का पालन किया जाये। पूटा ने साथ ही धमकी भी दी है कि अगर लीक से हटकर किसी जूनियर को डीयूआई लगाया गया तो पूटा इसका डटकर विरोध करेगी।
कैस प्रमोशन को लेकर भी नारेबाजी
पूटा ने कैस प्रमोशन को लेकर आज भी कुलपति कार्यालय के समक्ष नारेबाजी की और डॉ. देविंदर धवन को अलाट किये गये आवास को अवैध बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की भी मांग की।
एडहॉक पर चल रही है पीयू, कई अहम पद खाली
पंजाब विश्वविद्यालय में कुलपति को छोड़कर लगभग सभी पदों पर इस वक्त कामचलाऊ अधिकारियों से काम लिया जा रहा है। इसी कड़ी में अगले माह डीयूआई का नाम भी जुड़ सकता है। मौजूदा डीयूआई प्रो. आरके सिंगला की टर्म अगले माह पूरी हो जायेगी। रजिस्ट्रार प्रो. कर्मजीत सिंह के पंजाब की ओपन यूनिवर्सिटी की कुलपति बनने के बाद से ओहदा खाली पड़ा है। रजिस्ट्रार का जिम्मा फिलहाल एफडीओ विक्रम नैयर संभाल रहे हैं, जो कुछ समय पहले कोरोना हो जाने के दौरान इस जिम्मे को और ढोने से इनकार कर चुके हैं। इसी तरह परीक्षा नियंत्रक प्रो. परविंदर सिंह के रयात एंड बाहरा यूनिवर्सिटी का कुलपति बन जाने के बाद वे भी छुट्टी लेकर चले गये जिस पर डेंटल कालेज के प्रोफेसर जगत भूषण को परीक्षा नियंत्रक का कार्यभार दिया गया। कुलपति के सचिव डॉ. मुनीश्वर जोशी भी लंबी छुट्टी पर चले गये हैं। उनकी जगह अब पहले भी काम कर चुके लॉ के प्रोेफेसर देविंदर सिंह काम कर रहे हैं। डीन कालेज डेवलपमेंट कौंसिल (डीसीडीसी) के पद पर प्रो. संजय कौशिक भी अस्थायी तौर पर कामकाज देख रहे हैं। इसी तरह से चीफ आफ यूनिवर्सिटी सिक्योरिटी का पद भी एडहॉक ही चल रहा है, प्रो. अश्विनी कौल इस पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।