ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 28 फरवरी
महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रेयांश द्विवेदी ने कहा कि कैथल में ब्रह्म कल्याण समिति बुजुर्गों का नहीं बल्कि ऋषियों का सम्मान कर रही है। जो ब्रह्म को जाने वो ब्राह्मण है। जो अग्र रहे वो ब्राह्मण है और वर्णों में प्रमुख वर्ण ब्राह्मण है, लेकिन अग्र रहने के लिए ब्राह्मण को वेदों से जुड़ना होगा। द्विवेदी यहां जींद रोड स्थित ब्रह्म कल्याण समिति द्वारा आयोजित वृद्ध नागरिक सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें ज्ञान की परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए। इसके लिए ब्राह्मण को चाहिए कि वो हवन करे, हवन करवाए, ज्ञान ले, ज्ञान दें। उन्होंने ब्राह्मण के 6 कर्मों के बारे में विस्तार से बताया। कुलपति ने कहा कि शिक्षा संस्कृत व संस्कारों के बिना अधूरी है।
समिति द्वारा करीब 300 बुजुर्ग महिला एवं पुरुषों को सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे नगर निगम पंचकूला के एमई राजकुमार शर्मा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजनों से समाज के लोगों को प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों का सम्मान भगवान की पूजा से कम नहीं है। कार्यक्रम का संचालन महिपाल कौशिक ने किया। संस्था के चेयरमैन कृष्ण कौशिक ने समिति की वर्ष भर चलने वाली गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। समिति के संयोजक पिरथी खुराना, उपप्रधान शिव कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष सतबीर थुआ, संजय शर्मा पटेल नगर, रणधीर सांघन, मा. जोगीराम, सतबीर नारनौंद ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में अतिथि के रूप मे कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष कविराज शर्मा, युवा भाजपा नेता संजय भारद्वाज, भाजपा नेता सुशीला शर्मा, ब्राह्मण धर्मशाला के उपप्रधान अर्जुन शर्मा, सतीश सेठ, कृष्ण मालखेड़ी ने भी शिरकत की। कार्यक्रम में चांदी राम एंड पार्टी ने रागनियों से समा बांधे रखा। समिति ने पार्षद मोहन लाल शर्मा, जीवन रक्षक दल के प्रधान राजू शर्मा डोहर, लाइब्रेरियन श्याम सुंदर कौशिक, सरपंच डा. महेन्द्र शर्मा सिरटा, रामदिया शर्मा पिलनी, राजकुमार शर्मा ब्राह्मणीवाला, पवन शर्मा बात्ता, सुभाष शर्मा कमालपुर, पूर्व सरपंच मोहन लाल शर्मा, कुलदीप को भी सम्मानित किया। इस मौके पर सुरेश कमालपुर, ठंडिया राम बैंक कालोनी, कुलदीप कौशिक, अनिल नारनौंद, वेद प्रकाश आत्रेय, सुरेश बजरंगी, दिनेश पाठक, हरिकेश गुलियाना मौजूद थे।