फरीदाबाद, 24 दिसंबर (हप्र)
विगत 25 सितंबर को बंधवाड़ी कूड़ा ट्रीटमेंट प्लांट पर मनोज मांगरिया और पवन हरसाना गुट के बीच हुआ झगड़ा गांव अमीपुर निवासी कारोबारी मनोज भाटी की हत्या की वजह बना। मनोज के भाई हेमराज का आरोप है कि मांगरिया ने करीब एक सप्ताह पहले उनके छोटे भाई मनोज भाटी को फोन पर धमकी दी थी कि यह उनके गांव का मामला है, इससे दूर रहो नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। हेमराज की शिकायत पर पुलिस ने मनोज मांगरिया सहित अन्य के खिलाफ हत्या की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार मनोज भाटी और पवन हरसाना के बीच रिश्तेदारी और दोस्ती है। मांगरिया को संदेह था कि भाटी झगड़े के मामले में पवन हरसाना की मदद कर रहा है। इसलिए उसने शूटरों को सुपारी देकर बुधवार को भाटी की हत्या कराई। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने हत्या के 2 घंटे बाद ही मांगरिया को पकड़ने पर 2 लाख रुपये इनाम की घोषणा कर दी थी। क्राइम ब्रांच की टीमें अब मांगरिया के पीछे पड़ी हैं। साल 2013 में जिला अदालत परिसर में हुए शशि नागर हत्याकांड में मांगरिया उम्रकैद की सजा काट रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते इन दिनों वह पैरोल पर जेल से बाहर है।
क्या है कूड़ा ट्रीटमेंट प्लांट विवाद
बंधवाड़ी में फरीदाबाद और गुरुग्राम के नगर निगम द्वारा कूड़ा ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है। इसमें दोनों शहरों का कूड़ा पहुंचाया जाता है। प्लांट में कूड़े को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए अर्थमूवर और ट्रकों का ठेका छोड़ा जाता है। पहले यह ठेका पवन हरसाना और मनोज मांगरिया साथ मिलकर चलाते थे। पिछले कुछ समय से दोनों के बीच दूरियां बढ़ गई। अब पवन ने अलग से यह ठेका हासिल कर लिया। दोनों ही इस ठेके पर एकछत्र राज चाहते हैं, इसलिए 25 सितंबर को दोनों गुटों के बीच गोलियां चलीं। इसमें पवन हरसाना गुट के हरिन्दर हरसाना और मनोज को गोली लगी थी। वहीं मांगरिया का भतीजा मोहित भी गोली लगने से घायल हुआ था। इस मामले में अब समझौते का प्रयास चल रहा था।
हमलावरों ने भाटी को मारी थीं 9 गोलियां
बीते कल हमलावरों ने मनोज भाटी के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं, इनमें 9 गोलियां लगीं। बृहस्पतिवार को 3 डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। उन्हें भाटी के शरीर में गोलियों के 9 जख्म मिले। गोलियां नजदीक से मारी गई थीं। इसलिए सभी गोलियां आर-पार निकल गई, शरीर के अंदर एक भी गोली नहीं मिली। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजन को सौंप दिया।