कुरुक्षेत्र, 24 दिसंबर (हप्र)
पीजीटी संस्कृत में 400 सिलेक्टेड बेटियां ज्वाइनिंग न मिलने से आहत हैं। पूरे आज मीडिया के सामने ये बेटियां फूट-फूटकर रोईं। उनका दर्द आंसुओं से झलक कर बाहर आ गया। इनमें से कईं लड़कियां शास्त्री, बीएड व एमए की गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं। संस्कृत की पहली मुस्लिम महिला, जो प्रवक्ता पद पर सिलेक्ट हुई है, वह भी ज्वाइनिंग न होने से हताश है। हताश शबनम बानो ने कहा कि मैं मेवात के मुस्लिम समाज से हूं। विपरीत परिस्थितियों में संस्कृत पढ़कर भी आज सड़कों पर धक्के खाने को मजबूर हूं। आज हरियाणा के कोने-कोने से आई ने ब्रह्मसरोवर पर मीडिया के सामने अपने मन की व्यथा सुनाई। उनकी एक सांझा मांग थी कि वह अपनी व्यथा मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाना चाहती हैं।