चंडीगढ़, 5 नवंबर (ट्रिन्यू)
कांग्रेस ने राज्य में अवैध माइनिंग व ओवरलोडिंग के नाम पर बड़ा खेल होने के आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि स्टोन क्रशर मालिकों के साथ मिलीभगत करके अधिकारी हजारों करोड़ रुपये का घोटाला कर रहे हैं। पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने सदन में मुद्दा उठाया। वे मुद्दे पर खनन मंत्री मूलचंद शर्मा से भी सदन में भिड़ गईं। आखिर में सीएम को हस्तक्षेप करना पड़ा।
दरअसल, प्रश्नकाल में किरण ने अधिकारियों की मिलीभगत व उनके खिलाफ की गई कार्रवाई का मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में मूलचंद शर्मा ने कहा कि 2019-20 के दौरान राज्य में 28 हजार 199 ओवरलोड वाहनों के चालान किए गए। उनसे 104 करोड़ 34 लाख रुपये का जुर्माना भी वसूला गया। सरकार ने 164 एफआईआर भी दर्ज की हैं। किरण ने फिर दोहराया कि सरकार यह बताए कि ओवरलोडिंग के खेल में शामिल कितने अधिकारियों पर कार्रवाई हुई।
उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री सही जवाब नहीं दे रहे हैं। बीच में आए संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि सरकार क्रशर मालिक के खिलाफ कैसे कार्रवाई कर सकती है। कार्रवाई तो ओवरलोड वाहनों पर ही होगी। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किरण चौधरी के सवाल को हवा-हवाई बताया तो विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस पर भड़क उठे। उन्होंने कहा कि सरकार को घोटाले में शामिल अधिकारियों के नाम बताने में परेशानी ही क्या है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितनी भी शिकायतें मिली हैं, उन सभी पर कार्रवाई हुई है। अगर विपक्ष के लोगों के पास किसी अधिकारी के खिलाफ तथ्य हैं तो वे दें, उन पर भी एक्शन होगा। प्रत्यक्ष प्रमाण दिए बिना कैसे कुछ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आरटीए में भ्रष्टाचार की शिकायतें थी। इसे खत्म करने के लिए एडीसी से चार्ज वापस लिया और अब स्वतंत्र रूप से डीटीओ नियुक्त किए हैं।
पुरी की तर्ज पर गड़ेंगे खम्भे
हरियाणा में तेज आंधी और तूफान से बिजली के खम्भों को गिरने और तारों के टूटने से परेशान हरियाणा सरकार इसके लिए स्टडी कराएगी। आंध्र प्रदेश के पुरी में काफी तेज तूफान आता है। इसके बाद भी वहां खम्भों के गिरने और बिजली की तारें टूटने की काफी कम घटनाएं हैं। प्रदेश के बिजली मंत्री चौ़ रणजीत सिंह ने सदन में कहा कि बिजली वितरण कंपनियों के अधिकारियों का एक दल पुरी में जाकर स्टडी करेगा। विधायक डॉ़ अभय सिंह यादव ने यह मुद्दा सदन में उठाया।