कुरुक्षेत्र, 8 अगस्त (हप्र)
मारकंडा नदी के तट पर श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में अमावस्या पूजन के साथ ही सावन महीने का नियमित पार्थिव शिवलिंग अभिषेक हुआ।
अखिल भारतीय श्री मार्कण्डेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी के सान्निध्य में यजमान मा. राम कुमार, रवि कुमार, चरणजीत, कृपाल कौर, गुरविंदर, लक्ष्मी व रजत इत्यादि परिवार के सदस्यों ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं अभिषेक सम्पन्न करवाया। पार्थिव शिवलिंग अभिषेक के उपरांत मारकंडा नदी में विसर्जन किया गया। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि सावन महीने की अमावस्या बहुत ही खास है क्योंकि यह शिव भक्ति का ही पर्व है।
उन्होंने बताया कि सावन में भगवान भोलेनाथ भक्तों की पूजा से जल्दी प्रसन्न होते हैं। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि हरियाली अमावस्या से बन रहे विशेष संयोग से भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद एक साथ प्राप्त हो रहा है। इस अवसर पर स्वामी अमरनाथ, स्वामी सीता राम, मामराज मंगला, भाना राम, रविंद्र, मंगल दास, जसदीप सिंह, सुनयना व कमलेश इत्यादि भी मौजूद थे।
सूर्यकुंड मंदिर में 111 किलोग्राम दूध से अभिषेक
जगाधरी (निस) : सावन की महाशिवरात्रि के पर्व पर बीती देर रात तक मंदिरों में कार्यक्रम चलते रहे। इस अवसर प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर में स्थित श्री स्वरूपेश्वर महादेव मठ में 111 किलोग्राम गाय के दूध से दिव्य अभिषेक किया गया। यह पूजन मंत्रोच्चरण के बीच हुआ है। इसके अलावा बेलपत्र, तिल, फल आदि भी भोले को अर्पित किए गए। पूजन वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पंडित सुरेश व आचार्य त्रिलोकनाथ ने संपन्न कराया। डा. गुण प्रकाश चैतन्य महाराज ने बताया कि शिवरात्रि पर भोले से की गई मनोकामना पूरी होती है। इसके बाद शनिवार को मंदिर में विशाल भंडारा दिया गया। क्षेत्र के पातालेश्वर महादेव ज्योर्तिंलिग मंदिर दयालगढ़, प्राचीन शिवमंदिर भाटली, शिव मंदिर चनेटी, श्री राधाकृष्ण मंदिर हूडा सेक्टर-17, श्री गौरी शंकर मंदिर जगाधरी में भी भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।