चंडीगढ़, 8 नवंबर (ट्रिन्यू)
पंजाब फेडरेशन आफ यूनिवर्सिटीज एंड कालेज टीचर्स आर्गेनाइजेशन्स (पीफुक्टो) के आह्वान पर आज पंजाब की पांच यूनिवर्सिटीज, 48 सरकारी कालेजों और 145 एडिड कालेज के टीचर्स ने यूजीसी के पे-स्केल लागू न किये जाने के रोष स्वरूप धरना दिया। पीफुक्टो के महासचिव डॉ. जगवंत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार टीचर्स के लिये पे-स्केल को लेकर नोटिफिकेशन न कर एक तरह से धोखा कर रही है। उन्होंने कहा कि 19 अक्तूबर को पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह और शिक्षा सचिव एवं प्रिंसिपल सेक्रेटरी कृष्ण कुमार ने उनकी मांगों पर सहमति जतायी थी और धरनास्थल पर पहुंच कर भूख हड़ताल खत्म करायी थी। पंजाब यूनिवर्सिटी में भी पूटा प्रधान डॉ. मृत्युंजय कुमार और सचिव अमरजीत सिंह नौरा की अगुवाई में पूटा ने कुलपति कार्यालय के सामने धरना दिया था। डॉ. कुमार ने पंजाब सरकार से यूजीसी पे-स्केल को डी-लिंक किये जाने के प्रस्ताव को खारिज करने की भी मांग की। उनका कहना था कि इससे यहां का शिक्षक समुदाय देश के अन्य शिक्षकों से पिछड़ जायेगा और अलग-थलग पड़ जायेगा। सबसे बढ़कर योग्य फैकल्टी पीयू आने से परहेज करेगी। इस बीच पीफुक्टो के प्रधान एचएस किंगरा ने कहा कि टीचर्स अपने आंदोलन को और तेज करेंगे और अलग-अलग शहरों में 11 नवंबर को पहले पंजाब के मंत्रियों के घरों के आगे धरना देंगे और बाद में कैंडल मार्च निकालेंगे। पीफुक्टो की योजना है कि 23 नवंबर को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के मोरिंडा स्थित आवास के सामने गिरफ्तारियां देंगे।