लुधियाना, 8 नवंबर (निस)
पंजाब सरकार और कांग्रेस पार्टी बेअदबी के अति संवेदनशील मामले का समाधान करने में गम्भीर नहीं है। यह बात पंजाब के पूर्व एडीशनल एडवोकेट जनरल पीयूष जैन ने कही। आज यहां श्री जैन ने कहा कि इस भावनात्मक मुद्दे को अपने राजनैतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए बनाए रखना प्रदेश के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस और सरकार एक मत नहीं है। दोनों हाथों को नहीं मालूम कि वह क्या कर रहे हैं। आपसी तालमेल के अभाव के कारण राज्य में स्थिति जटिल बनती जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि एडवोकेट जनरल के पद की गरिमा को फिजूल की बहस में घसीट कर उसे अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एजी का चयन राज्य की मंत्रीपरिषद और मुख्यमंत्री मिलकर करते हैं। उन्होंने पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू के इस प्रचार कि जिस वकील ने किसी मामले में किसी व्यक्ति की अदालत में पैरवी की हो वह यह पद सम्भालने के बाद उसी मामले में सरकार का पक्ष कैसे अदालत में प्रस्तुत कर सकता है, के तर्क को नकारते हुए पीयूष जैन ने कहा कि ऐसे पंजाब और देश में सैंकड़ों मामले हैं जहां ऐसी परिस्थितियों में किसी बाहरी वकील को मामले की पैरवी सौंप दी जाती है।