आलोक पुराणिक
गुलाबो—अरी सुन री सिताबो साल तो यह बवाल गया, धमाल गया, जैसा भी गया कमाल गया।
सिताबो—अरे हैं बहुतों की जेब में बहुत माल आया, और बहुतों की जेब से बहुतै माल गया। कोई नोट खेंच गया, कोई जाने क्या-क्या बेच गया। बेचनहार आफ दि इयर किसे मानें, सेल्समैन आफ दि इयर किसे जानें।
गुलाबो—अमिताभ बच्चन बेमिसाल, वही हैं सेल्समैन आफ दि साल।
सिताबो—कैसे-कैसे-कैसे।
गुलाबो—ऐसे-ऐसे-ऐसे, देख सुबह उठते ही शक्ति पंप के साथ वह खेत पर जाते हैं, सिंचाई करते हैं कर्मठ किसान, फिर धूल-मिट्टी से नहा-धोकर चेहरे पर क्रीम चुपड़ते हैं बोरोसिल घमासान। दनादन बोरोसिल से अपनी सुंदरता बढ़ाते हैं, फिर वो खेत की तरफ निकल जाते हैं।
सिताबो—अरे तूने यह क्या बात बतायी, हमारे तो कुछ समझ ना आयी। क्या किसान भी हमारे यहां ब्यूटीक्रीम लगाते हैं। ब्यूटी की चिंता नहीं, किसान तो मेहनत की चिंता करता है। मेहनत करने का हौसला क्या ब्यूटी क्रीम से बढ़ता है, कैसी बातें तू गुलाबो बताती है।
गुलाबो—अमिताभ बच्चन तो यही बताते हैं, फिर वह दबादब मैगी खाते हैं। मैगी के बाद वह कैडबरी की चॉकलेट उड़ाते हैं फिर वह बिकाजी के नमकीन दबाते हैं। खाते हैं मैगी के बाद कैडबरी, कैडबरी के बाद नमकीन।
सिताबो—अरे सत्तर साल से ऊपर के बुजुर्ग इतना खाते हैं, डाक्टर तो इसे सही ना बताते हैं।
गुलाबो—मैगी कैडबरी और बिकाजी के नमकीन दबादब खाओ, अमिताभ बच्चन से यही सीख कर आओ, पर तू यह न समझ कि अमिताभ बच्चन सिर्फ खेती ही करते हैं, वो तो जेब में पारकर का पेन भी रखते हैं।
सिताबो—हैं पारकर पैन रखकर खेती होती है। अरे वाह, खेत में पारकर पेन चलाते हैं किसान, हम तो समझे थे कि खेत में हल चलाते हैं किसान।
गुलाबो—यस, डाबर च्यवनप्राश खाने वालों की पावर ऐसी होती है। पता है तुझे अमिताभ बच्चन बहुत किफायत से चलाते हैं घर, कहीं जाने के लिए उनके पास है स्कूटर टीवीएस जुपिटर। समझी बड़ी कार नहीं सिंपलञसी स्कूटर।
सिताबो—हैं इतने बड़े स्टार और सिर्फ स्कूटर।
गुलाबो—यस यूं ही नहीं अपने अमिताभ सर। रकम बचाकर सोना खरीदने जाते हैं वो कल्याण ज्वैलर।
सिताबो—अरे फिर तो बच्चन साहब का नारा होगा कि खूब सोना बचाओ।
गुलाबो—न री, बच्चन साहब कहते हैं कि सोने को जाकर मुथूथ गोल्ड वालों के यहां गिरवी रखकर लोन ले आओ।
सिताबो—यह क्या बात हुई, बताओ।
गुलाबो—बच्चन साहब कहते हैं कि रकम जो मिले, उससे गुजरात घूम आओ।
सिताबो—हे भगवान! इतना सब बेचकर क्या गुल ना होती, अमिताभ के दिमाग की बत्ती।
गुलाबो—ना क्योंकि वो तो जलाते हैं साइकिलछाप अगरबत्ती।
सिताबो हें हें हें—भई इनका तो बहुत टॉप है सेल्स का खेल।
गुलाबो—ऐसे ही नहीं है क्योंकि वह लगाते हैं नवरत्न तेल।
सिताबो—सुन अमिताभ बच्चन की लाइफ नहीं है इजी।
सिताबो गुलाबो दोनों साथ-बात ध्यान से सुन री, वह सिर्फ सेल्समैन आफ इयर नहीं हैं बल्कि वो तो हैं सेल्समैन आफ सेंचुरी।