हिसार, 13 अक्तूबर (हप्र)
आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्ले-वे के नाम से निजी एनजीओ को देने के विरोध में आंदोलनरत आंगनवाड़ी यूनियन को समर्थन देने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आंगनवाड़ी महिलाओं के आंदोलन को समर्थन दिया।
आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स यूनियन ने राज्य सरकार एवं विभागीय मंत्री से अपील की है कि आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्लेवे स्कूलों के नाम पर निजी एनजीओ को देने का फैसला तुरंत रद्द करें। यदि ऐसा नहीं किया गया तो सरकार के फैसले का पुरजोर विरोध जाएगा। धरने पर बैठी महिलाओं ने मांग की है कि आगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए व जो सुविधा एक कर्मचारी को मिलती हैं सभी सुविधा उन्हें दी जाए। उन्होंने मांग की कि वर्ष 2018 का समझौता लागू किया जाए अन्यथा आंदोलन न केवल जारी रहेगा बल्कि और गति पकड़ेगा।
यूनियन नेता सुशीला जांगड़ा ने कहा कि आंगनवाड़ी महिलाओं की हालत विभाग ने खराब कर रखी है, हमें विभाग द्वारा आंगनवाड़ी कार्य के लिए रजिस्टर मुहैया नहीं करवाए जा रहे, हमें अपने स्तर पर रजिस्टर व अन्य सामग्री खरीदकर अपना रिकॉर्ड पूरा करना पड़ता है। हमारी सप्लाई राशन वितरण को कहीं भी उतार दिया जाता है, जो हमें खुद किराया लगाकर राशन इधर-उधर से लाना पड़ता है। इन समस्याओं की तरफ विभाग व सरकार का कोई ध्यान नहीं है। आंगनवाड़ी महिलाओं के धरने पर रोडवेज कर्मचारी नेता दलबीर किरमारा, रमेश सैनी, दिलबाग गिल, राजबीर पंघाल, सतबीर व कांग्रेस नेता वजीर सिंह पूनिया पहुंचे और धरने को संबोधित किया और आंदोलन को समर्थन दिया।