ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 21 मार्च
किसान संयुक्त मोर्चा के सदस्य गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि जब आंदोलन शुरू हुआ था तब भी कोरोना था तो क्या किसान रुक गया था। कोरोना कोई बीमारी नहीं है बल्कि एक बहुत बड़ा घोटाला है। गुरनाम सिंह चढूनी यहां जवाहर पार्क में एससी, बीसी संयुक्त मोर्चा कैथल द्वारा बहुजन महापंचायत एवं सामाजिक लोक कार्रवाई सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। चौधरी बीरेंद्र सिंह की मध्यस्थता करने वाले वक्तव्य पर चढ़ूनी ने कहा कि चौधरी बीरेंद्र सिंह ड्रामा करते हैं, अगर वे इतने ही अच्छे हैं तो अपने लड़के से इस्तीफा क्यों नहीं दिलवा देते। बीरेन्द्र सिंह अपने नाना सर छोटू राम का और दुष्यंत चौटाला अपने दादा चौधरी देवी लाल का नाम खराब कर रहे हैं। अगर आज भी ये दोनों नेता राजनीति छोड़ कर किसानों के साथ आ जाएं तो भाजपा को झुकना पड़ेगा। चढ़ूनी ने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई तब तक लड़ी जाएगी जब तक तीन कृषि कानून वापस नहीं होंगे।
‘शायद पीएम का फोन खो गया’
प्रधानमंत्री की किसानों से एक फोन की दूरी वाली बात पर उन्होंने चुटकी ली कि शायद वह फोन खो गया है। चढ़ूनी ने कहा कि यह आंदोलन केवल किसानों का आंदोलन नहीं है। यह आंदोलन किसान ने शुरू किया है, अब यह आंदोलन देश के हर जनमानस का आंदोलन बन चुका है क्योंकि इन तीन कृषि कानूनों का केवल किसानों को ही नुकसान नहीं है बल्कि देश के हर वर्ग को इन कृषि कानूनों का नुकसान है।