चंडीगढ़, 21 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा पुलिस ने एक बार फिर ‘सक्रिय’ दृष्टिकोण का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए परिवार से बिछड़े दो बच्चों और दो बड़ों सहित चार लापता लोगों का पता लगाकर उन्हें एक सप्ताह में उनके परिजनों से मिलवाया है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि ये सभी पड़ोसी देश नेपाल सहित कर्नाटक, पंजाब और बिहार राज्य के अलग-अलग स्थानों से लापता थे। इनमें से दो मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति जो सूचना के तौर पर सिर्फ एक शब्द ही साझा कर सकते थे, को पुलिस ने एक लीड के रूप में लेकर कार्य करते हुए अपने स्रोतों द्वारा उनके परिजनों को खोज कर उन्हें परिवारों से मिलवाया।
प्रवक्ता ने बताया कि सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण होना आवश्यक है। हमारी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट सभी राज्यों में अधिकांश बाल व आश्रय गृहों के संपर्क में रहती है। जैसे ही पुलिस को लापता बच्चे या व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी मिलती है, तो उनसे संपर्क कर उनकी काउंसलिंग कर मिली जानकारी के आधार पर समर्पित भाव से परिजनों की खोज की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के साथ-साथ देश भर में लापता बच्चों की पहचान कर उन्हें उनके परिजनों को सौंपने के प्रयास जारी हैं।
पहले मामले में, पुलिस ने नेपाल से गुमशुदा 16 वर्षीय लड़की को परिवार से मिलवाया। यह लड़की 2015 से नेपाल के पुलिस स्टेशन सुखर एरिया से लापता थी और वह चिल्ड्रन होम, कानपुर में रह रही थी। लड़की ने केवल नेपाल में रह रहे अपने पिता के नाम और गांव के नाम के बारे में जानकारी दी। इसी आधार पर नेपाल में एक एनजीओ से संपर्क कर सभी डिटेल भेज कर परिवार की तलाश की गई। सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर सीडब्ल्यूसी कानपुर के आदेश से लड़की को 3 मार्च, 2021 को नेपाल पुलिस की मौजूदगी में उसके पिता से मिलवाया गया।