पुरुषोत्तम शर्मा
सोनीपत, 29 नवंबर
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने स्पष्ट किया है कि उनका बुराड़ी जाने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले डंडे मारे फिर पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले चलाये, इसलिये अब हम दिल्ली नहीं जाएंगे और यहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अम्बाला से यहां तक हम पर 30-32 केस दर्ज किए जा चुके हैं। यहां तक कि हत्या का केस तक हम पर दर्ज किया गया। उन्होंने हालांकि डर जताया कि कहीं जाट आरक्षण आंदोलन की तरह कुछ असामाजिक तत्व उनके बीच न घुसकर कोई अनहोनी न कर दें। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब देर कर दी है। उनकी यही मांग है कि तीनों कृषि कानून रद्द हों, एमएसपी गारंटी कानून लाया जाए।
चढूनी ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार आंदोलन ताेड़ना चाहती है। यहां पानी तक की व्यवस्था नहीं कराई गयी। उन्होंने कहा कि हम किसान हैं, पाकिस्तान के नागरिक नहीं। सरकार जितनी देर करेगी, आंदोलन उतना तेज़ होगा।