चंडीगढ़, 15 जनवरी (ट्रिन्यू)
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में शुक्रवार को हरियाणा कांग्रेस के विधायकों, नेताओं, पदाधिकारियों ने ‘किसान अधिकार दिवस’ मनाते हुए हरियाणा राजभवन तक रोष मार्च निकाला। इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल, प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा, पूर्व विधायक एवं पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला समेत अनेक नेताओं को हिरासत में ले लिया। रिहाई के बाद मार्च की दोबारा कोशिश की गई पर कांग्रेसियों को फिर से हिरासत में ले लिया गया।
इससे पहले पार्टी कार्यालय में पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि कृषि कानूनों से किसान, आढ़ती, मजदूर तो बर्बाद होंगे ही आम जनता को भी इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ेगा। यह सरकार अपने कुछ पूंजीपतियों के हितों को ध्यान में रख कर काम करती है, देश की इन्हें कोई परवाह नहीं है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि केन्द्र सरकार पहले तो कोरोना के समय चुपचाप कृषि विरोधी तीन अध्यादेश लाई थी, परंतु जब कांग्रेस ने इसका डटकर विरोध किया तो सरकार ने चोर रास्ते से बिलों को पारित कर दिया। उन्होंने कहा कि बिलों को पारित करने से पहले भाजपा सरकार ने न तो किसी कमेटी का गठन किया और न ही स्टेक होल्डर्स से बात की। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल हुई है। प्रदेश की जनता को जिस तरह गुमराह करके यह ठगबंधन बना है, उसे आज प्रदेश का हर नागरिक समझ चुका है और भाजपा-जजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा दावे किए जाते हैं कि एक-एक दाना खरीदा जाएगा, लेकिन जब फसल खरीद का समय आता है तो किसानों को किस तरह से परेशानियां झेलनी पड़ती हैं, यह किसी से छिपी बात नहीं है। हुड्डा ने कहा कि सरकार इन कानूनों को लागू करने से पहले एमएसपी की गारंटी का कानून भी लेकर आए। उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। जिसके माध्यम से प्रदेश सरकार बेनकाब होगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि किसान पूरे देश में जगह-जगह आंदोलनरत हैं और मोदी सरकार द्वारा बनाये गए तीनों कानूनों को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।
बैठक में विधायक किरण चौधरी, आफताब अहमद, जयवीर बाल्मीकि, धर्म सिंह छौक्कर, बिशन लाल सैनी, प्रदीप चौधरी, मोहम्मद इलियास, वरुण चौधरी, शैली चौधरी, अमित सिहाग, चिरंजीव राव, इंदुराज नरवाल, सुभाष देशवाल, जगबीर सिंह मलिक, गीता भुक्कल, मेवा सिंह, नीरज शर्मा, बलबीर बाल्मीकि, पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, पूर्व उपमुख्यमंत्री चन्द्रमोहन, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयप्रकाश, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, हरमोहिन्द्र सिंह चट्ठा, कर्ण दलाल, अशोक अरोड़ा, परमवीर सिंह, बिजेन्द्र कादियान, कृष्णमूर्ति हुड्डा, सुभाष बत्तरा, दिल्लू राम बाजीगर, प्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सुधा भारद्वाज, हरियाणा कांग्रेस सेवा दल की कार्यकारी मुख्य संगठक डॉ. पूनम चौहान, एनएसयूआई अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा, होशियारी लाल शर्मा व अन्य मौजूद रहे।
सैलजा, हुड्डा, सुरजेवाला समेत कई नेता लिए हिरासत में
कांग्रेस मुख्यालय में कार्यक्रम के बाद कांग्रेस के सभी विधायक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सेक्टर 9 से राजभवन तक पैदल मार्च शुरू किया। चंडीगढ़ पुलिस ने नाकाबंदी करके उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। चंडीगढ़ पुलिस हुड्डा तथा अन्य नेताओं को सेक्टर-तीन के पुलिस थाने में लेकर गई। जहां करीब एक घंटे की कार्रवाई के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। रिहा होते ही कई कांग्रेस नेता दोबारा राजभवन की तरफ कूच कर गए। चंडीगढ़ पुलिस ने काफी कवायद के बाद उन्हें दोबारा हिरासत में लिया और सेक्टर-17 के पुलिस थाने में लेकर गई। जहां ये नेता कुछ समय के लिए धरने पर भी बैठे। इसके बाद पुलिस ने करीब एक घंटे तक थाने में बिठाने के बाद उन्हें रिहा कर दिया।