सुभाष चौहान/निस
अम्बाला, 21 अप्रैल
यूपी के बाद अब ‘हरियाणा के बाबा’ का भी बुलडोजर चल पड़ा है। गृह मंत्री अनिल विज, जिन्हें प्रदेश में ‘बाबा’ के नाम से जाना जाता है, के क्षेत्र में बुलडोजर ने आज सुबह शहर के बीच करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जे को ध्वस्त कर दिया। बताया जाता है कि अम्बाला छावनी की डेहा बस्ती में यह कब्जा कांग्रेस के पूर्व पार्षद राजेश कुमार का था। पुलिस का कहना है कि राजेश कुमार ने कब्जे की जमीन पर बड़े-बड़े गोदाम बनाए हुए थे।
सुबह करीब 9 बजे 3 बुलडोजर छावनी की डेहा बस्ती में पहुंचे। छावनी के डीएसपी रामकुमार भारी पुलिस बल के साथ वहां मौजूद थे। पुलिस को आशंका थी कि जब यहां कार्रवाई की जाएगी तो बस्ती के लोग पुलिस पर पथराव भी कर सकते हैं, क्योंकि इस तरह के पथराव यहां पहले भी हो चुके हैं। लेकिन जैसे ही इस क्षेत्र में बुलडोजर चला तो इलाके में दहशत फैल गई।
असल में पुलिस ने पहले ही राजेश कुमार व उसके परिवार को गिरफ्तार कर लिया था जबकि उसकी पत्नी घर से बाहर थी। जब यह कार्रवाई चल रही थी, उस वक्त पुलिस को पता चला कि यहां एक स्कूल पर भी पूर्व पार्षद ने कब्जा कर रखा है। प्रशासन ने उस स्कूल को भी कब्जा मुक्त करवा दिया जबकि गली में बने लेंटर को भी ध्वस्त कर दिया। तीनों गोदामों को तोड़ दिया गया और शौचालय पर बने मकान को भी जमींदोज कर दिया। कब्जे की यह प्रॉपर्टी करीब एक एकड़ में थी जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
पहले से चल रही थी तैयारियां
दरअसल, अम्बाला छावनी की यह बस्ती पहले से विवादों में रही है। पूर्व में एडीजीपी ने खुद नेतृत्व कर इस इलाके की गश्त की थी। उस दिन भी करीब 3 घंटे तक भारी पुलिस बल ने डेहा बस्ती का चप्पा चप्पा छान मारा था। उसी दिन से पुलिस इस इलाके में बड़ी कार्रवाई की योजना बना रही थी।
विज बोले, अभी चलता रहेगा बुलडोजर
प्रशासन की आज की कार्रवाई से गृह मंत्री अनिल विज काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि वर्षों से करोड़ों रुपए की जमीन पर कब्जा था। विज ने कहा कि अम्बाला छावनी में बुलडोजर अभी और जगह भी चलेगा।
थापली के चंडी बास में निर्माणाधीन दो अवैध इमारतों को गिराया
मोरनी (निस) : जिला नगर योजनाकार पंचकूला द्वारा पैरफेरी नियंत्रित क्षेत्र व अर्बन एरिया एक्ट के तहत भारी पुलिस बल की मौजूदगी में गांव भोज मटौर के थापली के पास चंडी बास की राजस्व सम्पदा में अवैध रूप से निर्माणाधीन दो इमारतों व एक बांउड्री बाॅल को जेसीबी की मदद से गिरा दिया गया। इस संबंध में जिला नगर योजनाकार, पंचकूला प्रियम भारद्वाज ने बताया कि इन अवैध निर्माणों को हटाने से पहले नोटिस भी दिए गए थे लेकिन इन अवैध निर्माणों को नहीं हटाया गया जिस कारण विभाग को कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि कोई भी निर्माण करने या कोई भी काॅलोनी विकसित करने से पहले निदेशक, नगर तथा ग्राम आयोजना विभाग हरियाणा, चंडीगढ़ से विभागीय अनुमति आवश्यक है।