नयी दिल्ली, 7 नवंबर (एजेंसी)
दिल्ली में वज़ीराबाद के निकट यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा तीन पीपीएम तक बढ़ने के कारण राष्ट्रीय राजधानी के कुछ इलाकों में रविवार को पानी की आपूर्ति बाधित रही। अमोनिया का स्तर बढ़ने की वजह से शहर के जल शोधन संयंत्रों में उत्पादन प्रभावित हुआ। दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने एक बयान में कहा कि हरियाणा से भारी मात्रा में सीवेज और औद्योगिक कचरा छोड़े जाने के कारण दिल्ली के जल शोधन संयंत्रों में उत्पादन प्रभावित हुआ है। राघव चड्ढा ने कहा कि यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ने के कारण पूर्वी, उत्तर-पूर्वी, दक्षिणी दिल्ली और नयी दिल्ली नगर निगम के कुछ इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘हम सभी से पानी का विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल करने का अनुरोध करते हैं। हमने पर्याप्त संख्या में पानी के टैंकरों की व्यवस्था भी की है।’ उन्होंने कहा कि यमुना नदी में अमोनिया का स्तर तीन पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) तक बढ़ने के कारण सोनिया विहार, भागीरथी, चंद्रावल, ओखला और वज़ीराबाद जल शोधन संयंत्रों में उत्पादन प्रभावित रहा। डीजेबी की जल गुणवत्ता प्रबंधन टीम ने बढ़े हुए जल प्रदूषण को नियंत्रित करने और उत्पादन मानदंडों के अनुसार पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं।
राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा, ‘हम यमुना नदी में अमोनिया के स्तर को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। दिल्ली जल बोर्ड आपूर्ति को जल्द से जल्द बहाल करने और अमोनिया के स्तर को नीचे लाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है।’