भिवानी, 14 जनवरी (हप्र)
कृष्णा कालोनी स्थित परमहंस तपोभूमि योगाश्रम धाम के प्रांगण में त्रिदिवसीय गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम के दूसरे दिन सायं राष्ट्रीय कवियों द्वारा काव्य पाठ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सान्निध्य महाराज कृष्णानंद सरस्वती का रहा।
काव्य पाठ की शुरुआत करते हुए राष्ट्रीय कवि व शिक्षाविद् डा. रमाकांत शर्मा ने देश वंदना से की। उन्होंने अपने पाठ में कहा कि जय हो देश हमारे देश जन-गण-मन के प्यारे जय हो। कोरोना काल को इंगित करते हुए उन्होंने कहा, ‘कुछ न खोना रहे, इस नए वर्ष में न ही रोना रहे, कामना हमारी विश्व शांति की हो न कोरोना रहे इस वर्ष में।’ इस अवसर पर बुजुर्ग सम्मान समारोह में संस्कृत के विद्वान डा. शिवनारायण शास्त्री ने कहा कि वृद्धों का जीवन बच्चों व युवाओं के लिए एक अनुभव की पाठशाला होता है। इस अवसर पर युवाओं, बच्चों ने 65 बुजुर्ग महिला व पुरुषों को गर्म टोपी, मफलर, स्कार्फ आदि देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर रमेश ग्रोवर, सुभाष गक्खड़, बलदेव मुटरेजा, बलदेव शर्मा, श्यामसुंदर नागपाल, सुरेश गुप्ता समेत कई जन उपस्थित रहे।
पिछले 30-35 वर्षों से बना रहे हैं बच्चों को संस्कारी
महाराज कृष्णानंद सरस्वती ने अपने संदेश में कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम इस कार्यक्रम के माध्यम से पिछले 30-35 वर्षों से बच्चों में संस्कार देने का प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर बच्चों द्वारा संस्कारों को दर्शाती नाटिका प्रस्तुत की गई। मंच संचालन हंसराज गुलाटी ने किया।