गोहाना, 24 जुलाई (निस)
शहर की नयी अनाज मंडी में रविवार को राज्यस्तरीय पिछड़ा वर्ग सम्मेलन आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता और बरवाला के पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि आरक्षण के लिए क्रीमीलेयर की वार्षिक आय की अधिकतम सीमा 10 लाख रुपए करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार द्वारा गठित पिछड़ा वर्ग आयोग से पिछड़ी जातियों को कोई ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं।
घोड़ेला ने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने 3 नए कृषि कानूनों के नाम पर किसानों को परेशान किया, अब क्रीमीलेयर की आड़ में पिछड़ी जातियों को तंग कर रही है। पहले क्रीमीलेयर की वार्षिक आय सीमा 8 लाख रुपए की थी, पर निरंतर बढ़ती महंगाई पर इसे बढ़ाने की जगह उलटे घटा कर 6 लाख रुपए कर दिया गया। इससे पिछड़ी जातियों के बहुत से बच्चों को स्कूलों-कॉलेजों में दाखिले तक मिलने बंद हो गए हैं।
बरवाला के पूर्व विधायक ने कहा कि जब तक क्रीमीलेयर की अधिकतम वार्षिक सीमा 10 लाख रुपए नहीं हो जाएगी, तब तक पिछड़ी जातियां चैन से नहीं बैठेंगी।
इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आजाद सिंह दांगी, तेलूराम जांगड़ा, किशन लाल पांचाल, डॉ. दिलबाग खां, जितेंद्र जांगड़ा, रामदिया रत्तेवाल, सुनील प्रजापति, प्रभुदयाल, सतबीर रहबारी, राजपाल कश्यप, रानी कंबोज, मोनू सैनी, सुरेश जोगी, संजीव स्वामी, रतन सिंह वर्मा आदि पहुंचे।