शिमला, 6 अगस्त (निस)
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि लारजी बांध क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लारजी में निर्माणाधीन जल-क्रीड़ा गतिविधियों के लिए नई राहें, नई मंजिलें योजना के तहत 10.21 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि लारजी जलविद्युत परियोजना जलाशय में वाटर स्पोर्ट्स के लिए 6.99 करोड़ रुपए की राशि राज्य बिजली बोर्ड को जारी की गई है। उन्होंने कहा कि वहां कई स्थानों पर व्यू प्वाइंट भी विकसित किए जा रहे हैं। साथ ही वहां पर एक कैफेटेरिया भी बनाया है। उन्होंने कहा कि वहां पर एक जैटी नष्ट हुई है और इससे नुकसान भी हुआ है। भाजपा सदस्य सुरेंद्र शौरी के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के मामलों में कमी के बाद अब फिर से लारजी में पर्यटन गतिविधियां शुरू की जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के सवाल के जवाब में उद्योग व परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के पेंशनरों को अभी तक 204.53 करोड़ रुपए की अदायगी करना शेष है। उन्होंने कहा कि कोविड के बावजूद हिमाचल पथ परिवहन निगम ने 279 करोड़ रुपए का भुगतान कर्मचारियों और पेंशनरों को किया है। भाजपा सदस्य अरुण कुमार के एक सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि टांडा मेडिकल कालेज को पूर्ण रूप से विकसित करने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कालेज व अस्पताल में कुल 1384 पद स्वीकृत हैं और इनमें से अभी तक विभिन्न श्रेणियों को 537 पद रिक्त हैं।
बीज आत्मनिर्भर राज्य बनेगा हिमाचल : वीरेंद्र कंवर
कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश को जल्द ही बीज आत्मनिर्भर राज्य बनाया जाएगा। कंवर विधायक अरुण कुमार द्वारा मौसम और बीमारी के कारण कांगड़ा में किसानों की आलू की फसल बर्बाद होने को लेकर लाए गए प्रस्ताव के जवाब में बोल रहे थे। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल में हर साल विभिन्न फसलों के लिए लगभग 20 हजार मीट्रिक टन बीज की खपत हो रही है, लेकिन इसमें से सिर्फ 8 हजार मीट्रिक टन बीज ही हिमाचल में पैदा हो रहा है। शेष बीज हिमाचल को बाहरी राज्यों से लेना पड़ रहा है।
महिला कांग्रेस ने किया घेराव
हिमाचल प्रदेश महिला कांग्रेस ने राज्य में बढ़ती महंगाई के विरोध मे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जैनब चंदेल की अगुवाई में विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया व विधानसभा का घेराव किया। जैनब चंदेल ने इस मौके पर कहा कि आज आम लोगों का जीवन दूभर हो रहा है। महंगाई से प्रदेश की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। प्रदेश सरकार का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि आज एक ओर जहां दैनिक उपयोग के खाद्यान्नों के मूल्य आसमान छू रहे हैं वही आलू, प्याज व सब्जियों के मूल्य बढ़ने से इनकी पहुंच आम आदमी से बाहर होती जा रही है। जैनब ने कहा कि वर्ष 2014 में घरेलू एलपीजी सिलेंडर 434 रुपये में उपलब्ध था जो अब 2021 में लगभग 932 रुपये में मिल रहा है। इसी तरह पेट्रोल की कीमत बढ़कर 100 रुपये हो गई है जबकि डीज़ल की कीमत आज 90 रुपये पार हो गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने लोगों की थाली से दालें भी गायब कर दी है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाली खाद्यान्न वस्तुओं के दाम बढ़ा दिये गए हैं, जबकि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाई जाती थी।
रखरखाव पर खर्चे करोड़ों
सरकार ने पिछले दो साल के दौरान प्रदेश सचिवालय के रखरखाव और मरम्मत कार्य के लिए 7 करोड़ 81 लाख 71 हजार 381 रुपए की राशि खर्च की है। यह राशि 30 जून, 2021 तक खर्च की गई। इसमें कमरों, सीढियों, रेलिंग, पेनलिंग, अलमारियों को लगाने, शौचालयों के निर्माण, रंग रोगन, पीवीसी फ्लोरिंग, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के बैठने के लिए केबिन बनाने, पर्दे और बिजली आदि कार्यों पर खर्च किए गए हैं। इन दो सालों में सरकार ने 152 ठेकेदारों को सचिवालय के रख-रखाव और मरम्मत कार्यों का ठेका दिया है। इसमें सबसे ज्यादा पैसा सचिवालय में लगाई जा रही नई खिड़कियों और ग्रील पर खर्च किया गया है। इस कार्य के लिए सरकार ने एक करोड़, 65 लाख 49 हजार रुपए की राशि खर्च की है। यह जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधायक रमेश ध्वाला के एक सवाल के लिखित जवाब में दी है।