शिमला, 6 नवंबर (निस)
हिमाचल प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार राज्य में दो स्मार्ट गौशालाएं बनाएंगी। प्रदेश सरकार ने इसके लिए एक निजी कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। ये स्मार्ट गौशालाएं कांगड़ा के ज्वालाजी और नालागढ़ में बनाई जाएंगी। प्रदेश के पशुपालन व ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज शिमला में पत्रकारों से बातचीत में ये जानकारी दी।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि निजी कंपनी द्वारा बनाई जाने वाली दो स्मार्ट गौशाला में कंपनी द्वारा गोबर से खाद्य और उर्वरक बनाए जाएंगे। इसके अलावा इन गौशालाओं में रखी जाने वाली गायों के दूध से मिठाइयों सहित अन्य उत्पाद भी तैयार किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि फिलहाल ये स्मार्ट गौशालाएं पायलट आधार पर स्थापित की जाएंगी और प्रयोग के सफल रहने पर राज्य के अन्य स्थानों पर भी इस तरह की स्मार्ट गौशालाएं स्थापित की जाएंगी। कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में सड़कों पर घूमने वाले सभी बेसहारा पशुओं को वर्ष 2022 तक सड़कों को बेसहारा पशुओं से मुक्त करवाने का लक्ष्य रखा है।
ठंड में बेसहारा पशुओं को मिलेगा आश्रय
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में सर्दियों का मौसम आरंभ हो चुका है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने सर्दी के मौसम के दौरान बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के लिए विशेष योजना तैयार की है। यह योजना विशेष तौर पर चंबा, शिमला और किन्नौर जिलों के लिए तैयार की गई हैं क्योंकि इन जिलों में ज्यादा सर्दी पड़ती है