नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 6 मई
प्रशासन आॅक्सीजन आपूर्ति प्रबंधन में बुरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। छोटे अस्पतालों के साथ होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना पीड़ितों की आफत लगातार बढ़ रही है। ऐसे समय में प्रशासन ने टोकन देने का समय और स्थान सीमित कर दिए हैं। इससे आने वाले दिनों में दिक्कतें और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
प्रशासन ने शहर के 10 बड़े अस्पतालों को ‘उच्च प्राथमिकता’ पर रखा है। इनमें आॅक्सीजन आपूर्ति निर्बाध की जा रही है। जबकि मझले व छोटे अस्पतालों के सामने आॅक्सीजन का संकट ज्यों का त्यों पसरा हुआ है। हालात ये हैं कि प्रशासन की सख्ती के कारण अब निजी अस्पताल संचालकों ने आवाज उठानी भी बंद कर दी है। एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने नाम न छापने की गुजारिश के साथ बताया, ‘सीनियर आॅफिसर्स ने जो व्हाट्सएप ग्रुप आॅक्सीजन आपूर्ति की जानकारी देने के लिए बनाया हुआ है उस पर चैबीसों घंटे आॅक्सीजन की मांग के संदेश घनघनाते रहते हैं।’ ये मैसेज वे नोडल आॅफिसर भेजते हैं जिन्हें प्रशासन ने अस्पतालों में व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियुक्त किया है। हैरत की बात यह है कि ज्यादातर मरीज इन्हीं अस्पतालों में भर्ती हैं लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। आॅक्सीजन आपूर्ति की जिम्मेदारी संभाल रहे गुरुग्राम नगर निगम कमिश्नर विनय प्रताप सिंह के कोरोना पाॅजिटिव होने के बाद एचएसवीपी प्रशासक को उनकी जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में उन्हें आॅक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था समझने के लिए नए सिरे से काम करना पड़ेगा। नाकामी झेलने के बाद अब प्रशासन ने आॅक्सीजन की किल्लत को कंट्रोल करने के लिए अजीब फार्मूला निकाला है। सरकारी कार्यालयों में लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित किए जाने के आदेशों के बावजूद नगर निगम के सेक्टर-34, सेक्टर-42 तथा सिविल अस्पताल के सामने स्थित नागरिक सुविधा केंद्रों (सीएफसी) में 3 काउंटर बनाए गए हैं। इन काउंटर्स पर 9 से शाम 5 बजे तक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के लिए टोकन दिए जाएंगे। खास बात यह है कि टोकन की संख्या सीमित करके कुल 90 टोकन प्रतिदिन कर दी गई है। यहां से टोकन लेकर लोगों को 16 किलोमीटर दूर मानेसर से आॅक्सीजन लानी पड़ेगी।
कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता राजेश यादव का कहते हैं कि इस समय हालात ये हैं कि निजी स्तर पर लोगों को आॅक्सीजन लेने के लिए 24 से 48 घंटे तक लोगों को लाइन में लगे रहना पड़ रहा है। ऐसे में यह व्यवस्था सब कुछ अच्छा और व्यवस्थित दिखाने का अधिकारिक ढ़कोसला है। वास्तव में शासन और प्रशासन को मरते हुए लोगों की परवाह नहीं है।
व्हाट्सएप पर मिलेंगे कोरोना पर सवालों के जवाब
गुरुग्राम (हप्र) : कोरोना संबंधी समस्याओं और उनके समाधान के लिए प्रशासन ने अनूठी पहल की है। कोरोना संबंधी जानकारियां व सलाह अब व्हाट्सएप के माध्यम से दी जाएंगी। इसके लिए एक नंबर जारी किया गया है। डीसी डॉ यश गर्ग ने कहा कि सूचनाओं के प्रसार के सरलीकरण को लेकर यह फैसला लिया गया है। क्योंकि वर्तमान दौर में ज्यादातर लोग इस एप का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में यह बेहद सुविधाजनक कदम साबित हो सकता है। इससे अधिकृत सूचनाएं आम लोगों तक पहुंच सकेंगी।