बाढड़ा, 21 अप्रैल (निस)
ग्रामीण क्षेत्र में बिजली कटौती से परेशान लोगों के सब्र का बांध टूट गया और वे प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर आये। श्रेत्र के छह गांवों के हजारों उपभोक्ताओं ने काकड़ौली सरदारा स्थित बिजली घर पर प्रदर्शन किया तथा बिजली अधिकारियों के समय पर न पहुंचने पर जुई- बाढड़ा मार्ग पर जाम लगा दिया। इससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
गांव काकड़ौली सरदारा स्थित बिजली घर पर पूर्व सरपंच वेदप्रकाश श्योरण की अगुवाई में गांव उमरवास, जीतपूरा, काकड़ौली हठ्ठी, काकड़ौली सरदारा, काकड़ौली हुक्मी, गोपी इत्यादि छह गांवों के हजारों कृषि व घरेलू उपभोक्ताओं ने पहुंच कर बिजली आपूर्ति में लापरवाही का आरोप लगाते हुए रोष प्रकट किया तथा प्रांगण में ही धरना शुरु कर दिया। एक घंटे तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आया तो गुस्साए ग्रामीण सड़क पर बैठ गये। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे एसडीओ नरेन्द्र कुमार व थाना प्रभारी चंद्रशेखर ने ग्रामीणों को शांति बरतने की अपील की तो उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उमरवास के पूर्व सरपंच छात्र नेता विजय मोटू ने कहा कि छह गांवों के बिजली घर सबसे बुरे उपेक्षित दौर से गुज़र रहा है और ग्रामीणों को नाममात्र भी बिजली उपलब्ध नहीं पा रही है।
लाड बिजली घर का भी घेराव किया : ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में कमी से तेज गर्मी से आमजन का हाल बेहाल हो गया है। कृषि बाहुल्य कपास की बिजाई का समय गुजरने व घरेलू स्तर पर बिजली पानी संकट प्रशासन के गले की फांस बन गया है वहीं लोगों की धैर्यशीलता भी जवाब देने लगी है। गांव लाड के 33 केवी बिजली घर पर आज चार गांवों के सैकड़ों किसानों व घरेलू उपभोक्ताओं ने पहुंच कर सरकार के प्रति जमकर नारेबाजी की तथा दो दिन में सुधार न होने पर तालाबंदी कर बेमियादी अनशन शुरु करने की चेतावनी दी।
गांव लाड के बिजली घर के समक्ष किसान नेता रामौतार लाड की अगुवाई में धरनारत चार गांवों के किसानों को संबोधित करते हुए भाकियू महासचिव हरपाल भांडवा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में पिछले एक माह से बिजली आपूर्ति न के बराबर हो रही है। स्थानीय बिजलीकर्मियों द्वारा जल्द सुधार करवाने के आश्वासन पर उन्होंने आज का धरना खत्म करने का एलान किया।
फीडरों को नहीं मिल रही पर्याप्त आपूर्ति
कृषि बाहुल्य क्षेत्र में कपास की बिजाई का पीक सीजन है लेकिन उसके बावजूद उनको नाममात्र भी बिजली नहीं मिल पा रही है। लेकिन पीछे से आपूर्ति में कमी व काकड़ौली समेत ग्रामीण आंचल में संचालित लगभग सभी फीडरों पर ओवरलोड के कारण आपूर्ति में कटों की भरमार बनी हुई है। इस बिजली घर से छह से ज्यादा गांवों को बिजली आपूर्ति देने की जिम्मेदारी है लेकिन सभी फीडरों पर पीछे से आपूर्ति न होने तथा आने पर ओवरलोड होने से कटों की भरमार है। इसका खमियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।