चंडीगढ़, 10 फरवरी (ट्रिन्यू)
सीएम मनोहर लाल खट्टर के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘परिवार पहचान-पत्र’ (पीपीपी) पर विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने सवाल उठाए हैं। हुड्डा ने पीपीपी को पूरी तरह से औचित्यहीन बताते हुए कहा कि इससे लोगों को राहत मिलने की बजाय उनकी परेशानी बढ़ गई है। बुजुर्गों, विधवाओं, बेसहारा महिलाओं व दिव्यांगों की पेंशन रुक गई है। वादा तो 60 की उम्र होने पर बुजुर्गों की खुद-ब-खुद पेंशन शुरू होने का किया गया था, अब हो रहा है, इसके उलट। हुड्डा बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-7 स्थित अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बात कर रहे थे। हुड्डा ने कहा कि रबी फसलों में बेमौसमी बारिश से काफी नुकसान हुआ। इसका मुआवजा किसानों को नहीं मिला है। गिरदावरी रिपोर्ट के बाद 550 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन सरकार ने किया है। इसे नाकाफी बताते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि किसानों की खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं। हालिया बारिश से रबी फसलों में नुकसान हुआ है और इसकी गिरदावरी तक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को विधानसभा के बजट सत्र में उठाया जाएगा। सभी विधायकों को कहा है कि वे अपने हलकों व प्रदेश के लोगों से बात करके उनके मुद्दों को चिह्नित करें, जिससे उन्हें सदन में उठाया जा सके। 22 फरवरी को फिर विधायक दल की बैठक होगी और उसमें विधायकों के नये मुद्दों को शामिल किया जाएगा। इस मौके पर विधायक गीता भुक्कल, भारत भूषण बतरा, सुभाष गंगोली, इंदूराज नरवाल, एमएस चोपड़ा मौजूद रहे।
भर्ती घोटालों पर मांगेंगे जवाब
हुड्डा ने कहा कि हरियाणा लोकसेवा आयोग और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की भर्तियों में घोटाले हो रहे हैं। अधिकारियों के बदलने से घोटाले दबने नहीं। एचपीएससी और एचएसएससी की नौकरियों में हुई धांधली की जांच सीबीआई से पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जज की निगरानी में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भर्तियों में हुए घोटालों पर बजट सत्र में सरकार से जवाब मांगा जाएगा।
, सुनील परती, चांदवीर हुड्डा व पवन जैस सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।