सोनीपत, 25 फरवरी (हप्र)
बिना पंजीकरण के स्टाम्प वेंडर के खोखे खोले जाने की मिल रही शिकायत पर बृहस्पतिवार को डीसी ने दलबल के साथ छापेमारी की। इस दौरान वेंडर खोखे बंद करके भाग निकले। डीसी ने इस प्रकार से खोखे बंद करके भागने वाले संचालकों के लाइसेंस की जांच करके खोखे बंद कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने लाइसेंसधारी स्टाम्प विक्रेता के स्थान पर दूसरे व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को कहा।
डीसी श्यामलाल पूनिया ने कहा कि आमजन के हितों से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। लोगों को किसी भी दस्तावेज के लिए निर्धारित शुल्क से ज्यादा अदा करने की आवश्यकता नहीं है। यदि कोई भी स्टांप विक्रेता तय फीस से अधिक वसूलता है, तो उसकी सीधी शिकायत करें। शिकायत सही पाये जाने पर संबंधित स्टाम्प विक्रेता का लाइसेंस तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की शिकायतों की जांच तथा स्टाम्प विक्रेताओं की वैधता को जांचने के उद्देश्य से ही औचक निरीक्षण किया गया है।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी दस्तावेजों की रेट लिस्ट (फीस) का बोर्ड यहां लगवाया जाए। जिन स्टाम्प विक्रेताओं के पास वैध लाइसेंस नहीं थे, उनकी दुकान तुरंत बंद कराते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए गए। उन्होंने स्टाम्प व टिकट की जांच करते हुए ट्रेजरी से खरीदे स्टाम्प का रिकॉर्ड भी जांचा। इस दौरान डीसी ने मौके पर लाइसेंस न होने के चलते संबंधित स्टांप विक्रेता को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
बाहर बंद खोखा, अंदर बैठा था युवक
एक स्टाम्प विक्रेता ने अपना खोखा बंद कर दिया। जब खोखा खोला गया, तो उसमें एक युवक बैठा मिला। डीसी ने युवक को इस प्रकार की गतिविधि करने पर पुलिस के हवाले कर दिया। साथ ही संबंधित स्टाम्प विक्रेता के लाइसेंस की जांच करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने स्टाम्प विक्रेताओं व डीड राइटर के खोखों की जांच की। इसमें पाया गया कि निर्धारित साइज से बड़े साइज के खोखों में स्टाम्प विक्रेता बैठे हैं। डीसी ने अधूरे रजिस्टर, एक्सपायर लाइसेंस भी जब्त कराये। उन्होंने टाइपिस्टों व डीड राइटरों के लाइसेंस की जांच की। जांच में एसडीएम विजय सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।