चंडीगढ़, 28 मई (ट्रिन्यू)
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रभारी एवं मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने सीएम मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखा है। उन्होंने ओडिशा सरकार की तर्ज पर राज्य के पत्रकारों को कोरोना योद्धा घोषित करने की मांग की है। साथ ही, कोविड-19 से मरने वाले पत्रकारों के आश्रितों को 15 लाख रुपये की आर्थिक मदद मुहैया करवाने की मांग की है। जैन ने कहा, ‘कोरोना की वजह से कई पत्रकारों की जान जा चुकी है। पत्रकारों की दयनीय आर्थिक हालात से सरकार भी अच्छे से अवगत है।
मृत्यु के उपरांत परिवार को न तो संस्थान से कोई मदद मिलती है और न ही उस समाज से जिसकी वह हमेशा आवाज उठाता है। ऐसे में एकमात्र सहारा सरकार ही बन सकती है’। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने सभी पत्रकारों का पांच लाख रुपए का बीमा करवाया था, इसके लिए सरकार धन्यवाद की पात्र है। पत्रकारों के आर्थिक हालात का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि आधा प्रीमियम न भर सकने के कारण सरकार द्वारा करवाई गई 20 लाख रुपए तथा दो तिहाई रकम न जमा करवाने की स्थिति होने की वजह से 10 लाख रुपए की बीमा पॉलिसी का फायदा प्रदेश में केवल 90 पत्रकारों ने ही उठाया। भाजपा नेता ने मांग की कि जब तक पांच लाख रुपये की मेडिकल बीमा पॉलिसी लागू नहीं हो पाती तब तक पत्रकारों को इलाज के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि की सीमा ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दी जाए।
परिवार को मिले पेंशन
राजीव जैन ने पत्र में सोनीपत के युवा पत्रकार पुरुषोत्तम शर्मा की 44 वर्ष की आयु में कोरोना संक्रमण के कारण हुई मृत्यु का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार 60 वर्ष की आयु के बाद पत्रकार को 10 हजार रुपये मासिक सम्मान पेंशन देती है। उन्होंने कहा, ‘मेरा अनुरोध है कि इस नीति में भी परिवर्तन करके 60 वर्ष से पहले पत्रकार की मृत्यु की दशा में कम से कम कोरोना संक्रमण वाले केसों में पत्रकार की विधवा को यह पेंशन शुरू की जानी चाहिए ताकि परिवार को मासिक आर्थिक सहायता मिल सके’।